कहानियां तो आपने बहुत पढ़ी होगी लेकिन जो आज इस लेख में Short Motivational Story In Hindi For Success पढ़ने जा रहे हैं उसे आपकी जिंदगी में बदलाव आना तय है ।
Contents
- 1 कहानियां तो आपने बहुत पढ़ी होगी लेकिन जो आज इस लेख में Short Motivational Story In Hindi For Success पढ़ने जा रहे हैं उसे आपकी जिंदगी में बदलाव आना तय है ।
- 1.1 who is kalpana saroj ? (Short Motivational Story In Hindi For Success )
- 1.1.1 Short Motivational Story In Hindi For Success (kalpana saroj )
- 1.1.2 Kalpana Saroj Success Story
- 1.1.3 विद्यार्थी के लिए प्रेरणादायक कहानी (Short motivational story in hindi for Students)
- 1.1.4 विश्वनाथन आनंद का जीवन परिचय: (viswanathan anand biography)
- 1.1.5 Viswanathan Anand Success Mantra (सफलता का सूत्र )
- 1.2 Author
- 1.1 who is kalpana saroj ? (Short Motivational Story In Hindi For Success )
हम सब ने एक बात सुनी है कि परिस्थितियों से डरने वालों को कभी भी सफलता प्राप्त नहीं होती है । यह बात कल्पना सरोज ने साबित कर दी है कि अगर वह घबराती तो जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ पाती ।
कल्पना सरोज का जन्म एक गरीब परिवार में होता है ।उन्होंने जैसे तैसे गुजारा किया लेकिन वह अपने किस्मत को बनाना चाहती थी इसलिए प्रयास करना कभी नहीं छोड़ा ।
तकदीर से लड़ना हर किसी के बस की बात नहीं होती है कल्पना के अंदर इतनी ताकत थी कि वह अपने नसीब को बदलना चाहती थी इसलिए पढ़ाई का सहारा लेकर उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया ।
सबसे बड़ी महिला उद्यमी के नाम से कल्पना सरोज को जाना जाता है ।कल्पना ने अपने नाम बुलंद किया साथ ही साथ समाज के लिए कार्य भी करती है ।
कल्पना ने एक कंपनी का निर्माण किया और वह कंपनी आज देश की लोकप्रिय कंपनी है ।
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मेहनत और लगन के कारण उन्हें सफलता मिली इसी कारण से आज लाखों लोग कल्पना सरोज से प्रेरित हो रहे हैं ।
अगर आप अपना सर ऊंचा करके जीना चाहते हैं तो मेहनत और लगन से अपने कार्य में जुट जाएं और अपने नसीब को बदल दे ।
who is kalpana saroj ? (Short Motivational Story In Hindi For Success )
कल्पना का जन्म दलित में हुआ । इसी कारण इनका ना कोई दोस्त बनता था और ना ही कोई अच्छे से बातचीत करता था ।12 साल की उम्र में कल्पना की शादी हो गई लेकिन वह शादी ज्यादा समय तक नहीं टिक सकी क्योंकि वह पर 12 साल की उम्र की बच्ची पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी ।
वहां कल्पना को 10 लोगों का खाना , घर की साफ सफाई और कपड़े इत्यादि कार्य करने पड़ते थे और क्रूरता से भरा व्यवहार मिलता था ।
जब कल्पना के पिताजी ने कल्पना की हालत देखी तो उनके पिताजी ने निर्णय लिया और कल्पना को अपने पास बुला लिया ।
कल्पना ने दृढ़ निश्चय कर लिया था नौकरी करने का , कल्पना ने कई तरह की नौकरियां कर लेना का आवेदन किया जैसे नर्सिंग, मिलिट्री, कॉन्स्टेबल आदि लेकिन उनकी कम आयु और शिक्षा को देखते हुए कोई भी उसे नौकरी नहीं देता था ।
फिर कल्पना ने सिलाई करने का विचार अपने मन में लाया और सिलाई के कार्य में अपना नाम बनाने लगी ,कल्पना प्रति ब्लाउज सिलने के ₹10 लेती थी ।
जब वह अपनी जिंदगी से निराश हो गई तो उसने सोचा कि मरना तो जीवन जीने से बेहतर है ।
कल्पना ने जहर की बोतल पी ली पर उसी वक्त उसकी बुआ ने उसे देख लिया और अस्पताल ले गए ।
इसके बाद कल्पना ने मुंबई जाने का फैसला किया और वहां पर कार्य करना शुरू कर दिया ।
वह अकेली अपने घर की जिम्मेदारी अपने कंधों पर रखती थी इसलिए उन्हे 16 घंटे कार्य करना पड़ता था ।
सिलाई का कार्य करते हुए कल्पना जी ने फर्नीचर बेचना शुरू किया और एक तरफ इन्होंने लोन की आवेदन किया था ।
NGO पर कार्य करने लगी और कल्पना जी ने सरकारी योजनाओं के बारे में जाना और लोगों को भी Loan के बारे में बताना शुरू किया ।
कल्पना जी की हालात पहले से सुधर रहे थे ।अब कल्पना जी ने कामिनी ट्यूब्स ज्वाइन की और वहां अपने मेहनत के बदौलत खूब नाम कमाया ।
Short Motivational Story In Hindi For Success (kalpana saroj )
कामिनी ट्यूब के मालिक की मृत्यु के बाद अगले अध्यक्ष के रूप में कल्पना सरोज को चुना गया । वहां कल्पना जी ने कंपनी के विवादों को दूर किया और कंपनी का नाम रोशन किया ।
कंपनी की सारी समस्याओं को कल्पना सरोज ने समाप्त कर दिया और आज कंपनी की स्थिति अच्छी है और कीमत 112 मिलियन डॉलर है ।
कल्पना जी को पदम श्री से सम्मानित किया गया ।कई लोग कल्पना जी को स्लमडॉग मिलियनेयर कहकर बुलाते हैं ।
सफलता की एक मिसाल कल्पना सरोज हैं, क्योंकि इन्होंने परिस्थितियों से भागना कभी सीखा ही नहीं है ।मेहनत और लगन से अपने आप को इन्होंने उच्च स्तर पर रखा और लोगों की प्रेरणा बन गई ।
कठिनाइयां हर उस व्यक्ति के सामने आती है जो जीवन में आगे बढ़ना चाहता है लेकिन जो चुनौतियों के सामने घबराता नहीं है उसे ही सफलता मिलती है ।
कल्पना सरोज का कहना है कि हमें अपने आपको लगातार improve करते रहना चाहिए तभी एक दिन हम कामयाबी की बुलंदियों को छू पाएंगे ।
जो इंसान अपने आप आगे नहीं पड़ता है उसे दुनिया पीछे कर देती है तो एक बात ध्यान रखें जीवन में कामयाब होना है तो कदम खुद उठाने पड़ेंगे अगर आपको कोई motivate करेगा तो आप आ नहीं तो कल फिर उसकी बातें भूल जाएंगे लेकिन जो इंसान खुद को मोटिवेट करता है वही आगे बढ़ता है और कामयाब होता है ।
कल्पना सरोज का कहना है कि जीवन में अगर कुछ प्राप्त करना चाहते हो तो सही समय का इंतजार ना करें ,कार्य करना शुरू करें ।
अपनी सीमाओं को तोड़े और अपनी पहचान खुद बनाएं । जो व्यक्ति अपनी सीमाओं को तोड़कर आगे बढ़ जाता है उसे कोई भी पीछे नहीं कर सकता ।
Kalpana Saroj Success Story
कल्पना सरोज एक महिला उद्यमी हैं जो भारत में जन्मी और बढ़ी हैं। इन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे मुश्किलों का सामना किया और अपनी जिंदगी को सफल बनाने के लिए कठिन मेहनत की।
इन्होंने अपने आप को एक कौशल शिक्षित करके एक ऐसी प्रक्रिया तैयार की जिसे “परिवर्तन की प्रक्रिया” कहा जाता है।
इस प्रक्रिया के तह, वे गरीब और पिछड़े हुए लोगो की मदद करती हैं, जिनहें अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद की जरूरत है, इन्होने सामाजिक सुधार के लिए बहुत कुछ किया है ।
उनकी सफलता के कारण, उन्हें “फोर्ब्स” और “बिजनेस टुडे” जैसे प्रतिष्ठित पत्रिकाएं द्वार बहुत से सम्मान प्राप्त हुए हैं।
दृढ़ संकल्प की सहायता से आप अपना नाम भी रोशन कर सकते हैं और दूसरों की मदद भी कर सकते हैं ।
ऐसी महिलाएं जो देश के का नाम रोशन कर रही हैं उनसे हमें शिक्षा लेनी चाहिए कि मेहनत , दृढ़ संकल्प और लगन से आप अपने लक्ष्य को पा सकते हैं ।
इनसे हमें प्रेरणा लेकर अपने जीवन में हमेशा चुनौतियों को अपनाकर आगे बढ़ते रहना चाहिए ।
Faq about Kalpana Saroj
Q .who is kalpana saroj ?
Ans .Tedx वक्ता और भारतीय उद्यमी कल्पना सरोज हैं।
Q .kalpana sarojका जन्म कब और कहां हुआ था?
Ans .इनका जन्म महाराष्ट्र में सन् 1961 के अकोला जिले में हुआ था।
Q.कल्पना सरोज के पापा क्या कार्य करते थे ?
Ans . कल्पना सरोज के पापा जी कॉन्स्टेबल थे ।
Q .कल्पना सरोज के कितने भाई बहन है ?
Ans. कल्पना सरोज की तीन बहने और दो भाई हैं ।
विद्यार्थी के लिए प्रेरणादायक कहानी (Short motivational story in hindi for Students)
विश्वनाथन आनंद की प्रेरणादायक कहानी हम सब को मालूम होनी चाहिए ।विश्वनाथन भारत का एक प्रसिद्ध चेस खिलाड़ी है ।
चेस खेल में विश्वनाथन आनंद ने अपना नाम बनाया और इसी कारण भारत में शतरंज को एक नया महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ ।
इस लेख Short Motivational Story In Hindi For Success को पढ़ने के बाद आपके अंदर अद्भुत शक्ति उत्पन्न होगी क्योकि प्रेरणादायक कहानी बहुत से लोगों को अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करना है यह बतलाती है ।
हम सब जानते हैं जिसके अंदर जितने की तड़प होती है उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं होता है ।
अगर आपके पास जुनून है कुछ कर दिखाने का ,तो आप अपनी मेहनत के दम पर अपने लक्ष्य को प्राप्त करें लेंगे ।
लोगों के दिलों में अपना नाम विश्वनाथन आनंद ने बनाया है । इस प्रेरणादायक कहानी पढ़ने के बाद आपको समझ आ जाएगा कि जिस व्यक्ति के अंदर कुछ कर दिखाने का जुनून होता है , वह बिना शिकायत किए अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है ।
इस लेख Short Motivational Story In Hindi For Success में हम आपको विश्वनाथन आनंद और कल्पना सरोज की कहानी के बारे में बताएंगे और उनसे प्रेरणा लेंगे कि कैसे तमाम दिक्कतों के बावजूद भी अपना नाम बना पाएं हैं और जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहे ।
विश्वनाथन आनंद का जीवन परिचय: (viswanathan anand biography)
11 दिसंबर 1969 को विश्वनाथन आनंद का जन्म मध्य प्रदेश के मैनपुरी में हुआ था। विश्वनाथन आनंद के पिता का नाम कृष्णन विश्वनाथन था।
Viswanathan Anand Family
विश्वनाथ के पिता भारतीय नौसेना में काम किया करते था और उनकी माता सुभाषिनी आनंद एक घरेलू महिला थीं।
विश्वनाथन आनंद के दो बड़े भाई भी है, जिन्होंने उन्हें शतरंज खेलना सिखाया था। विश्वनाथन आनंद का जीवन संघर्ष से भरा हुआ रहा था।कठिनाईयों का सामना करते हुए अपने सपनों को पूरा किया ।
आज शतरंज का महाराजा विश्वनाथन आनंद को कहा जाता है।
भारतीय शतरंज खिलाड़ी ने लोगों का ध्यान आकर्षित अपने कौशल से किया ।
दुनिया के विभिन्न हिस्सों में विश्वनाथन आनंद ने अपने कौशल के दम पर पहचान बनाई।
इन्होने पहला शतरंज टूर्नामेंट 6 साल की उम्र में खेला था, जो उत्तर प्रदेश शतरंज चैंपियनशिप था।
बचपन से viswanathan anand शतरंज के प्रेमी है
विश्वनाथन आनंद को शतरंज में रूचि बचपन से ही थी । शतरंज खेल के बदौलत विश्वनाथन आनंद ने सिर्फ अपने देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपना नाम बनाया है ।
विश्वनाथन आनंद ने शतरंज का महत्व समझा और इसी में अपना कौशल बढ़ाया ।
शतरंज के खेल में विश्वनाथन आनंद champion है हम सबको उनसे शिक्षा लेनी चाहिए कि खेल में भी रुचि रखने चाहिए आप खेल के जरिए भी अपना नाम इस विश्व में बना सकते हैं।
Viswanathan Anand Success Mantra (सफलता का सूत्र )
विश्वनाथन आनंद जी का कहना है कि अपना कार्य दिल से करो और दूसरों का सम्मान करो ,यही उनकी सफलता का सूत्र है ।
सफलता की राह पर आगे बढ़ते रहने के लिए कभी भी नकारात्मक विचार अपने दिमाग में ना लाएं बल्कि अपने आपको कल से बेहतर कैसे बनाना है ? यही विचार आपके मन में रोज उत्पन्न होना चाहिए ।
शतरंज खिलाड़ियों में से एक विश्वनाथन आनंद है । उन्होंने अपने मन में विचार किया कि इस खेल से मैं अपना नाम भी बना सकता हूं और यह कार्य मुझे अत्यंत प्रिय है इसलिए मैं यह कार्य लगातार कर सकता हूं ।
जब इंसान अपने प्रिय कार्य को पहचान लेता है तो वह कार्य में अपनी पहचान भी बना सकता है और वह लंबे समय तक बिना झिझक के कार्य कर सकता है इसलिए इनसे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए कि जिस कार्य को हम प्रेम करते हैं उसी को अपना profession बनाने में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए ।
अख़बार वालों ने viswanathan anand के बारे में क्या कहा था?
विश्वनाथन आनंद के बारे में अखबार वालों ने बेहद कुछ लिखा था । उनकी कमाल की शतरंज क्षमता का जिक्र जगह जगह होता है ।
विश्वनाथन आनंद से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए क्योंकि हुनर के बल पर इन्होंने अपना नाम इस जगत पर बनाया है ।
इनके सफलता के सूत्र को ध्यान में रखते हुए कोई भी इंसान जीवन में अपना नाम कमा सकता है और इस संसार में अपनी जय जयकार करा सकता है ।
viswanathan anand (प्रेरणादायक कहानी छोटी सी )
विश्वनाथन आनंद एक प्रेरणादायक खिलाड़ी हैं इन्होंने भारत का नाम विश्व स्तर पर ऊंचा किया ।
इन्होंने लोगों को आश्चर्यचकित किया है क्योंकि जुनून और जीतने की आदत इनके अंदर है । इसी वजह से यह कई अन्य खिलाड़ियों को प्रेरित करते हैं कुछ कर दिखाने की और अपना नाम विश्व में बनाने की ।
Viswanathan Anand Information
चैम्पियनशिप जीत की कहानी हम सब जानते है। विश्वनाथन आनंद ने 2000 में चैम्पियनशिप का खिताब जीता था। भारत में शतरंज का खेल इतने उत्साह से पहले नहीं खेला जाता था लेकिन विश्वनाथन आनंद चैम्पियनशिप जीत के बाद इस खेल का महत्व बढ़ गया ।
Awards Won Viswanathan Anand
विश्वनाथन आनंद को पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण से सम्मानित हैं।इन्होने कई अनेक गोल्ड मेडल जीते और भारत का नाम रोशन किया ।
Q .विश्वनाथन आनंद क्यों प्रसिद्ध है?
Ans.विश्वनाथन आनंद ने विश्व शतरंज खिताब 17 साल की उम्र में अपने नाम किया ।पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण से सम्मानित हैं इसलिए विश्वनाथन आनंद प्रसिद्ध है ।
Q.भारतीय शतरंज विश्व चैंपियन कौन है?
भारतीय शतरंज विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद है जो कि भारतीय है।
Q.भारत का सबसे प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी कौन है?
Ans .भारत का सबसे प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद है ,15वें स्थान पर इन्हे रखा गया है।
Q.viswanathan anand net worth in rupees ?
Ans ₹222,840,000 Indian Rupee
Final thoughts :Short motivational story in hindi for Students
इस लेख से आप समझ गए होंगे कि परिस्थिति चाहे आप के खिलाफ क्यों ना हो , घबराकर नहीं डट के सामना करना है । दोस्तों आपको यहां लेख Short motivational story in hindi for Students पसंद आया होगा । इस आर्टिकल को अपने उन दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले तो जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं । अपना कीमती समय देने के लिए तह दिल से धन्यवाद 💕🙏😊