शिरडी जाने वाले हैं और मन में सवाल है की शिरडी में कौन-कौन सी जगह घूमने लायक है इस लेख ” Shirdi Tourist Places in Hindi “को पढ़ने के बाद आपकी चिंता समाप्त होने वाली है ।
हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग साई बाबा को मानते हैं। साई बाबा ने एक शिक्षा हम सबको दी है कि सभी धर्म के लोग एक होते हैं इसलिए जात-पात के नाम से कभी भी झगड़ा नहीं करना चाहिए।
इस लेख “ Shirdi Tourist Places in Hindi “में हम आपको बताएंगे कि शिर्डी में घूमने के जगह कौन-कौन सी है और आप कौन सी Tourist Places में जा सकते हैं।
शिरडी पहुंचने के बाद आप पर्यटन स्थल घूमने की इच्छुक है तो यह लेख सिर्फ आपके लिए है ।
Places to Visit in Shirdi (Shirdi ke Pass Ghumne ki Jagah )
Contents
- 1 Places to Visit in Shirdi (Shirdi ke Pass Ghumne ki Jagah )
- 1.1 शिरडी का खंडोबा मंदिर (near by shirdi places)
- 1.2 शिरडी का द्वारकामाई
- 1.3 शिरडी का गुरुस्थान
- 1.4 शिरडी का समाधि मंदिर
- 1.5 अमृतेश्वर मंदिर
- 1.6 💕💕🙌🙌शनि शिंगणापुर
- 1.7 शिरडी के चावड़ी (near by shirdi places )
- 1.8 💕💕💕टाइगर वैली
- 1.9 💕💕त्र्यंबकेश्वर
- 1.10 💕💕शिरडी का प्रमुख साई मंदिर (Shirdi Tourist Places in Hindi )
- 1.11 💕💕मालशेज घाट
- 1.12 💕💕शिरडी का वाटर पार्क
- 1.13 💕💕भंडारदारा
- 1.14 💕💕शिरडी का सिटी शॉपिंग
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💕💕💕शिरडी में लोकप्रिय पर्यटक स्थल | Shirdi Tourist Places in Hindi🙌🙌🙌
शिरडी का खंडोबा मंदिर (near by shirdi places)
खंडोबा मंदिर बहुत पुराना मंदिर है । मुख्य सड़क में यह मंदिर आपको मिल जाएगा यह फेमस मंदिर इसलिए भी है क्योंकि जब साई नाथ शिर्डी में किसी की शादी में शामिल होकर शिरडी पहुंचे थे तब बरगद के पेड़ के पास खंडोबा का मंदिर है कुछ समय के लिए साई नाथ वहां खड़े हुए थे तब मंदिर के पुजारी ने उन्हें ” साई “नाम से बुलाया था और वही खंडोबा के दर्शन साई नाथ में उस पंडित ने किए थे।
शिरडी का द्वारकामाई
द्वारिकामाई को साई बाबा मां कहते थे इसलिए साई के दीवाने द्वारिकामाई को शिर्डी का मां कहते हैं और द्वारिकामाई के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि बाबा ने अपने अंतिम समय द्वारकामाई में बिताया है और कई उपदेश इस द्वारिकामाई में बैठकर अपने भक्तों को दिए हैं।
यहां हिंदू ही नहीं बल्कि मुसलमान भी आते हैं क्योंकि बाबा ने अपने भक्तों को शिक्षा दी है कि धर्म जाति के नाम पर इंसान को भेदभाव नहीं करना चाहिए।
द्वारकामाई पहले एक मस्जिद हुआ करती थी लेकिन जब बाबा ने उस मस्जिद में रहना शुरू कर दिया तो वहां द्वारिकामाई बन गई। यहां एक ऐसी मस्जिद है जिसके अंदर मंदिर बना हुआ है।
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शिरडी का गुरुस्थान
गुरुस्थान सबसे खास जगह मानी जाती है क्योंकि इस जगह साई नाथ तपस्वी के रूप में नीम पेड़ के नीचे आसन में बैठे थे।
लोगों का कहना है जो भी गुरुस्थान में अगरबत्ती जगाता है उसकी बीमारियां खत्म हो जाती है और वह स्वस्थ हो जाता है।
16 वर्ष की आयु में साई नाथ नीम पेड़ के नीचे आसन लगाकर आराधना कर रहे थे। इसी जगह को गुरुस्थान कहा जाता है,कोपरगांव में गुरुस्थान स्थित है साई बाबा की मूर्ति के साथ नंदी बैल की मूर्ति बनाई गई है जो की नीम पेड़ के नीचे बनी है।
शिरडी का समाधि मंदिर
समाधि मंदिर का नाम तो आपने सुना ही होगा क्योंकि साई बाबा की समाधि इस मंदिर में बनी हुई है।इस मंदिर में संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है जो की बेहद आकर्षित है। इस मंदिर का निर्माण किसी श्रद्धालु ने किया है जो की नागपुर में रहने वाला व्यक्ति है।
अमृतेश्वर मंदिर
अमृतेश्वर मंदिर बेहद प्रसिद्ध है ,यह शिरडी से 115 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।यह मंदिर घूमने लायक प्रमुख स्थानों में से एक है।शिलाहार राजवंशों द्वारा मंदिर का निर्माण 9वी शताब्दी ईस्वी में हुआ। यह मंदिर सभी शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सदियों पुरानी परंपरा और हम आज पंथी वास्तुकला पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
💕💕🙌🙌शनि शिंगणापुर
“शिंगणापुर” के अंदर एक बड़ा सा काला पत्थर स्थापित है जिसकी पूजा की जाती है । लोग कहते हैं कि इसमें शनि देव का निवास होता है।
इस मंदिर में शिल्प कला का प्रयोग नहीं किया गया है।शनि देव में आस्था रखने वाले लोग यह मंदिर में दूर-दूर से आते हैं , शनि जयंती में भक्तों की भारी भीड़ होती है
शिरडी के चावड़ी (near by shirdi places )
इस स्थान पर बाबा ने अपने अंतिम वर्ष की कुछ रातें विश्राम किया था ।चावड़ी वह जगह है जिसे भक्त तीर्थ स्थल कहते हैं इस जगह में आपको पहुंचने से पहले द्वारिकामाई मस्जिद पर जाना होगा ।बाबा की पालकी चावड़ी से ही निकलते हैं ,चावड़ी प्रमुख जगहों में से एक मानी जाती है ।
💕💕💕टाइगर वैली
शिरडी के आसपास आप कहीं घूमने जाना चाहते हैं तो टाइगर वैली एक अच्छी जगह हो सकती है । यहां पर प्रकृति की सुंदरता के साथ-साथ आपको साहसिक गतिविधियों का भी आनंद लेने को मिलेगा ।
टाइगर वैली उन लोगों के लिए पसंदीदा डेस्टिनेशन बन सकती है जो प्रकृति का आनंद लेते हुए साहसिक गतिविधियों में शामिल होना चाहते हैं ।
शिरडी से 215 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है टाइगर वैली यहां पर आप ट्रैकिंग भी कर सकते हैं ।
सबसे मजेदार बातें यह है कि हरे-भरे पेड़ पौधों में जो सुंदरता आपको देखने को मिलेगी उसकी नजारा ही कुछ और होगा और वहां पर मौजूद ऊंचे पत्थरो के कारण आवाज प्रतिध्वनित होती है , उसका मजा भी आप ले सकते हैं ।
💕💕त्र्यंबकेश्वर
त्रियंबकेश्वर मंदिर को प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक माना जाता है । 117 किलोमीटर की दूरी पर यह मंदिर स्थित है । त्रयंबकम गांव में यहां मंदिर बनाया गया है ।
साई मंदिर के दर्शन के लिए जो श्रद्धालु शिरडी पहुंचे होते हैं वह इस मंदिर के दर्शन करके ही जाते है।भगवान शिव को यहां मंदिर समर्पित है ।
💕💕शिरडी का प्रमुख साई मंदिर (Shirdi Tourist Places in Hindi )
साई मंदिर शिर्डी का प्रमुख मंदिर है , जिसे देखने के लिए सिर्फ देश के वासी नहीं बल्कि विदेश के वासी भी आते हैं ।
साई मंदिर गांव के बीचो-बीच बना है आपको बता दें कि 200 वर्ग किमी से भी अधिक क्षेत्र में यह मंदिर फैला हुआ है ।
साईंनाथ को लोग भगवान का दर्जा देते हैं लोगों का यह भी कहना है कि साई नाथ के पास इतनी शक्तियां थी जिसे वे अपने भक्तों के सारे कष्टो को दूर कर देते थे ।
साई मंदिर को पवित्र स्थान में से एक माना जाता है इसीलिए बाबा के भक्त इस जगह की पूजा करते हैं ।
इस मंदिर में रोजाना 50000 से ज्यादा भक्त आते हैं और यदि कोई त्यौहार हो तो संख्या बढ़ जाती है ।
💕💕मालशेज घाट
मालशेज घाट एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है जिसे लोग देखना पसंद करते हैं । वैसे तो शिर्डी के आसपास बहुत सारे हिल स्टेशन है लेकिन मालशेज घाट प्रमुख हिल स्टेशन है ।
140 किलोमीटर दूर है शिरडी से फिर भी पर्यटक यहां खास तौर से ट्रैकिंग और हैकिंग के लिए आते हैं ।
यह हिल स्टेशन इसलिए भी प्रसिद्ध है क्योंकि यह एक प्यारा पहाड़ी दर्रा है ।यहां पहुंचने के लिए बसें और टैक्सी का सहारा आप ले सकते हैं ।मानसून मौसम के दौरान यहां पर्यटकों की भीड़ लग जाती है ।
💕💕शिरडी का वाटर पार्क
शिरडी एक धार्मिक स्थान है इसके अलावा आप कई जगह घूमने भी जा सकते हैं । शिरडी का वाटर पार्क देखने लायक है ,
पर्यटकों को शिरडी का वाटर पार्क बेहद पसंद आता है इसलिए जब भी आप साई नाथ के दर्शन करने आते हैं वहां शिरडी के वाटर पार्क में जरूर जाएं ।
इस वाटर पार्क में आप भोजन आदि की सुविधा का भी लाभ ले सकते हैं इसके अतिरिक्त ऐसी कई गतिविधियां है जिसमें आप आनंद प्राप्त कर सकते हैं ।
💕💕भंडारदारा
यह हिल स्टेशन सबसे अद्भुत माना जाता है ।पर्यटकों की भीड़ इस हिल स्टेशन में आपको देखने को मिल जाएगी , यह हिल स्टेशन ट्रैकिंग के लिए बेहद प्रसिद्ध है ।
शिरडी से सीधा आप यहां पर नहीं पहुंच सकते पहले आपको संगमनेर पहुंचना होगा उसके बाद आप इस हिल स्टेशन का आनंद ले सकती हैं ।
शिरडी से करीब 102 किलोमीटर की दूरी पर यहां हिल स्टेशन उपस्थित है ।इस हिल स्टेशन के अलावा आप अंब्रेला फॉल्स ,रतनगढ़ किला,अमृतेश्वर मंदिर, और विल्सन डैम का आनंद आप ले सकते हैं ।पर्यटकों की भीड़ जुलाई से सितंबर के दौरान बढ़ जाती है ।
💕💕शिरडी का सिटी शॉपिंग
वैसे तो अक्सर शिरडी में साईनाथ के दर्शन के लिए ही लाखों लोगों की भीड़ उमरती है लेकिन प्रमुख जगह की अगर बात करें तो साई के दर्शन के अतिरिक्त आप शिर्डी का सिटी शॉपिंग भी जा सकते हैं ।
साई मंदिर के इर्द गिर्द आपको कहीं ऐसी दुकान मिल जाएगी जहां आप खरीदारी कर सकते हैं ।
❤️❤️ Places To Visit Near Shirdi Within 50Km (Tourist Places Near Shirdi Within 50 km )
शिरडी का खंडोबा मंदिर |
शिरडी का समाधि मंदिर |
शिरडी का द्वारकामाई |
शिरडी का प्रमुख साई मंदिर |
शिरडी का पालकी जुलूस |
शिरडी के चावड़ी |
शिरडी का गुरुस्थान |
Tourist Places Near Shirdi Within 100 km💕💕🙌🙌🙌
- शिरडी का सिटी शॉपिंग
- शनि शिंगणापुर
- शिरडी का वाटर पार्क
Q .बस से शिरडी कैसे जाएं?
Ans प्राइवेट बस या फिर पुणे, अहमदनगर ,महाराष्ट्र परिवहन की बसों का इस्तेमाल करके आप शिरडी की यात्रा कर सकते हैं ।
Q .वायुयान से शिरडी कैसे जाएं?
Ans .वायुयान के द्वारा शिरडी कम समय में पहुंचा जा सकता है ,कुछ श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए वायुयान द्वारा शिरडी पहुंच जाते हैं और बाबा के दर्शन पाते हैं । औरंगाबाद एयरपोर्ट में उन श्रद्धालुओं को उतारना होता है जो वायुयान से शिरडी पहुंचते हैं ।
Q .शिरडी घूमने जाने में कितना खर्चा आएगा?
Ans.शिरडी घूमने के लिए जाना चाहते है तो करीब ₹10000 आपके पास होने चाहिए ।
हमें उम्मीद है यह लेख “ Shirdi Tourist Places in Hindi “कि जानकारी आपको महत्वपूर्ण लगी होगी ।इस लेख को उन लोगों के साथ जरूर साझा करें जो शिर्डी के आसपास की जगह घूमना चाहते हैं ।
jai sai baba धन्यवाद इतना सुन्दर आर्टिकल लिखने के लिए |