आज इस लेख में आप महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने वाले है जो आपकी जींदगी की पूंजी की रक्षा कर सकता है , इस लेख का title है “Online Money Fraud in Hindi”
डिजिटल इंडिया बनाने का प्रयास भारत में चल रहा है जिसके चलते फायदे और नुकसान हर व्यक्ति को देखने को मिल रहे हैं ।
बड़ी संख्या में लोग स्मार्टफोन और इंटरनेट का use करने लगे हैं चाहे राशन लाना हो या टीवी फ्रिज इन सब की खरीदारी ऑनलाइन के जरिए की जा रही है ।
बड़ी ही आसानी से साइबर क्रिमिनल्स इंटरनेट यूजर्स को लूटने के तरीके मिल रहे हैं ।
आपको जानकर हैरानी होगी कि मैसेजिंग एप के जरिए भारत में अधिकतर लोग साइबर क्रिमिनल के शिकार बन जाते हैं ।
मैसेजिंग एप्स चाहे वह व्हाट्सएप हो या टेलीग्राम इन एप्स को हथियार बनाते हैं साइबर क्रिमिनल्स ।
तीन देश ऐसे है जहां फिशिंग अटैक ज्यादा होती है पहले नंबर में है रूस जहां 46 फ़ीसदी अटैक होते हैं ,दूसरे नंबर में आता है ब्राजील जहां 15 फ़ीसदी अटैक होते हैं ,तीसरे नंबर में आता है भारत जहां 7 फ़ीसदी लोग ऑनलाइन धोखा बाजी में फंस जाते हैं ।
ऑनलाइन फ्रॉड क्यों होता है ?
Contents
- 1 ऑनलाइन फ्रॉड क्यों होता है ?
- 2 फिशिंग अटैक से कैसे बचें?
- 3 Author
आजकल ऑनलाइन फ्रॉड इसलिए बढ़ते जा रहे हैं क्योंकि पहली बात तो यह है कि लोगों में जागरूकता की कमी है ।वैसे तो इंसान कई प्लेटफार्म से अपने आप को शिक्षित कर सकता है लेकिन जहां से शिक्षा मिलती है वहां लोग कम ध्यान देते हैं ।
दूसरा कारण है कि डेटा प्राइवेसी कानून नहीं है इसका फायदा हैकर्स अच्छे से उठते हैं और ग्राहकों से डाटा चुराने के बाद उसे डार्कनेट में बेच देते हैं , वहां से साइबर क्रिमिनल्स उन डाटा को खरीद लेते हैं और ग्राहकों का बैंक बैलेंस खाली कर देते हैं ।
लोगों में अज्ञानता होने के कारण जालसाज लोग बहुत ही आसानी से अपने शिकारों से कोई भी लिंक को क्लिक करवा लेते हैं ।
ग्राहकों की निजी जानकारी क्रिमिनल्स के पास होती है ,इसकी वजह से उनका शिकार बहुत जल्दी ही उन पर भरोसा कर लेता है और लिंक में क्लिक कर देता है ।
साइबर क्रिमिनल्स किस तरह के मैसेज भेजते हैं ?
उनके मैसेज ज्यादातर चेतावनी भरे या लुभावने होते हैं ,उन मैसेज में या तो ऐसा लिखा होगा कि क्रेडिंशियल अपडेट करना जरूरी है । नहीं तो आपको कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं जैसे कि आपका बैंक अकाउंट बंद करवा दिया जाएगा या फिर लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी लैप्स हो जाएगी इत्यादि ।
कई बार तो अपने शिकार को ऐसा मैसेज भेजते हैं जिसमें उन्हें लॉटरी या ऑनलाइन sale के बारे में बातचीत की जारी हो ।
लोग इतना तो जान जाते हैं कि जब लॉटरी खरीदी नहीं है तो लॉटरी कैसे जीती , फिर भी धोखाधड़ी के तौर तरीके ना मालूम होने के कारण जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं ।
एक बड़ा ही आम तरीका है जिसमें ग्राहकों को एक मैसेज भेज जाता है और उस मैसेज में यह लिखते हैं कि आपके बैंक अकाउंट को किसी ने log in किया है यदि आप वह अकाउंट फ्रीज करना चाहते हैं तो हमारे दिए लिंक को दबाएं ताकि हम आपके अकाउंट की safe रख सकें
उस मैसेज में ज्यादातर आपको बैंक के नाम भी दिखेंगे जैसे कि ICICI , HDfC ऐसा कुछ लिखा होगा ।
आरबीआईऑनलाइन (RBI)फ्रॉड के बारे में क्या कहते है ?
RBI का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी निजी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा करता है और वह जालसाज धोखाधड़ी कर दे तो इसमें बैंक जिम्मेदार नहीं होता है ।
अगर किसी व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी हो जाती है तो इन मामलों में वहां कानूनी एजेंसियों का सहारा ले सकता है ।
आरबीआई कई बैंकों के साथ मिलकर ऐसी कोशिश करती है की धोखाधड़ी के case न हो ताकि वह अपने ग्राहकों का विश्वास जीत सके ।
फिशिंग अटैक से कैसे बचें?
*जितना आप अपने आप को सतर्क रखेंगे उतना इस धोखाधड़ी से अपने आप को बचा पाएंगे ।
*जब भी अनजान व्यक्ति से कॉल ,डाक या ईमेल आए तो तुरंत उसका जवाब देने से पहले एक सावधानी बरतें क्योंकि हो सकता है सामने वाला व्यक्ति घोटाला करने के रूप से आपसे बातचीत करना शुरू कर रहा हो ।
*हो सकता है कुछ लोगों से आप ऑनलाइन मिले हो लेकिन मिलते ही उन पर विश्वास बना लेना यह मूर्खता होती है इसलिए गूगल इमेज या अन्य इंटरनेट प्लेटफार्म का इस्तेमाल करें और उन लोगों के बारे में थोड़ा जांच करें कि उनका लेनदेन किसके साथ है ?ताकि भविष्य में आपको हानि ना हो ।
*गलती से भी जब भी आपके पास अनजान टेक्स link या कोई पॉप -अप वीडियो , ईमेल आएं तो उसे खोलने की आवश्यकता नहीं है । अपरिचित लोगों से बचें तो उसके लिए बेहतर है ।
* Personal details को ध्यान से रखें ,जब भी आप महत्वपूर्ण दस्तावेजों का इस्तेमाल करते हैं और उपयोग करने के बाद ,जब फेंकने की बारी आए तो उन दस्तावेजों को फाड़ दें ताकि आपकी पर्सनल डिटेल्स किसी के हाथ न लग सके ।
*अपने पिन नंबरों और पासवर्डों को सुरक्षित स्थान में रखने की जिम्मेदारी आपकी है इसलिए ध्यान से इस कार्य को करें ।
*कई बार इंसान सामाजिक मीडिया साइटों पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी बिना सोचे समझे डाल देता है ।कम जानकारी डालें जहां आपको लगे कि आपकी पर्सनल डिटेल कि यहां ज्यादा आवश्यकता नहीं है ।
एक तरफ जहां ऑनलाइन फ्रॉड इतने बढ़ते जा रहे हैं ,वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के फायदे भी अनेक होते हैं ।यकीन मानिए दोस्तों हर चीज का फायदा और नुकसान है लेकिन अगर आपको उसे सही ढंग से इस्तेमाल करने आ जाए तो आपकी जिंदगी में परिवर्तन आएगा।
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* इंसान को सार्वजनिक कंप्यूटर और वाई-फाई हॉटस्पॉट्स का प्रयोग निजी जानकारी प्रदान करने के लिए या ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग करने के लिए नहीं करनी चाहिए ।
* कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस को सुरक्षित रखें ,कभी भी अनजान व्यक्ति के हाथ में अपना कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस देने की भूल न करें ।
* सॉफ्टवेयर को समय-समय पर अपडेट करते रहे ।
* अपनी सावधानी के लिए आपको हमेशा ऐसे पासवर्ड का चयन करना है जिसका कोई अन्य व्यक्ति अनुमान न लग सके और सबसे जरूरी बात है कि नियमित रूप से उस अपडेट करते रहें ।
* एक ही पासवर्ड प्रत्येक खाते के लिए ना रखें ।
* बहुत सारे सामाजिक नेटवर्किंग साइटों में यदि आप लोगों के साथ जुड़ रहे हैं तो एक बात का ध्यान रखें की सुरक्षा सेटिंग और गोपनीयता का उपयोग करना मे aware रहे ।
* क्रेडिट कार्ड नंबर ,एटीएम पिन , ओटीपी या फिर बैंक खाते की डिटेल किसी के साथ ना साझा न करें ।इन सब चीजों की डिटेल कोई हैकर ही मांग सकता है , कभी भी आपको बैंक या आरबीआई की तरफ से इन सब चीज की डिटेल नहीं मांगी जाएगी ।
* अपना ईमेल और मोबाइल नंबर बैंक में जरूर रजिस्टर कीजिए ताकि जब भी आपके अकाउंट से पैसे निकले तो आपको मैसेज के रूप में जरूर पता लग जाएं ।
* वेरीफाइड और भरोसेमंद वेबसाइट्स के साथ ही ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करें ।
* बैंकिंग पासवर्ड और पिन समय-समय में बदलते रहे ।
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उम्मीद है कि यह लेख “Online Money Fraud in Hindi ” की जानकारी आपको फायदेमंद लगी होगी । इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि आप अपनों का ख्याल रख पाएं ।
ऑनलाइन फ्रॉड कई प्रकार के होते हैं?
Ans.फिशिंग स्कैम
क्लिकबाट स्कैम
मोबाइल स्कैम
सोशल मीडिया स्कैम
ई-कॉमर्स स्कैम
पासवर्डपेमेंट बनाते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए ?
*आपको हमेशा ऐसा पासवर्ड बनाना चाहिए जिसे कोई आसानी से अंदजा ना लगा सके ।*पासवर्ड में एक अपर और लोअर कैरेक्टर का इस्तेमाल करें इसके साथ कोई नंबर और स्पेशल कैरक्टर्स भी शामिल करें ।*ऐसी कोई ऐप को इंस्टॉल ना करें जो गूगल प्ले स्टोर में अवेलेबल ना हो ।
*ऐसी कोई ऐप को इंस्टॉल ना करें जो आपके काम का ना हो ।
लिंक या अटैचमेंट को ओपन करें से पहले चेक करें ?
जब आपको ईमेल या कोई अटैचमेंट मिले जो आपको सही न लग रहा हो उसे ओपन करने की बिल्कुल कोशिश ना करें ।संदिग्ध मेल या मैसेज में आएं अटैचमेंट को तुरंत ही डिलीट कर देना चाहिए ।एक और खास बात जितना हो सके पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल कम से कम करें ।
बैंकिंग फ्रॉड को कैसे रोका जा सकता है ?
क्रेडिट कार्ड नंबर, यूपीआई पिन ,यूजरनेम, पासवर्ड या अन्य बैंक डिटेल आदि की डिटेल कोई भी बैंक अधिकारी आपसे नहीं मांगेगा ।यदि कोई व्यक्ति आपसे निजी सवाल करता है तो उसे तुरंत ब्लॉक कर दे या फिर उसका फोन ,मैसेज , मेल को इग्नोर करें ।
धोखाधड़ी हो जाए तो क्या करें?
यदि किसी व्यक्ति के साथ ऑनलाइन ठगी होती है तो उसे नेशनल हेल्पलाइन नंबर (155260)पर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करानी चाहिए ।यह हेल्पलाइन नंबर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी कराया है जिसमें आपकी शिकायत सुनने के बाद कारवाई की जाती है ।
ऑनलाइन फ्रॉड हो जाए तो क्या करना चाहिए?
नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल या पुलिस स्टेशन में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत दर्ज की जा सकती है ।