आज मैं आपको इस लेख में Inspirational stories of real life heroes in hindi( Khan sir and Priya Singh)बताने जा रहे हो उम्मीद है कि ऐसे इंस्पिरेशनल स्टोरी सुनने के बाद आपके जीवन में बदलाव आएगा आप अपने डर को भूल जाएंगे आप जानेंगे कि डर का सामना कैसे करते हैं और सफलता कैसे पा सकते हैं ?
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- 1 आज मैं आपको इस लेख में Inspirational stories of real life heroes in hindi( Khan sir and Priya Singh)बताने जा रहे हो उम्मीद है कि ऐसे इंस्पिरेशनल स्टोरी सुनने के बाद आपके जीवन में बदलाव आएगा आप अपने डर को भूल जाएंगे आप जानेंगे कि डर का सामना कैसे करते हैं और सफलता कैसे पा सकते हैं ?
खान सर के चर्चे यूट्यूब ,गूगल हर जगह हो रहे हैं क्या आप जानते हैं खान सर कौन है ?आज खान सर के बारे में जानने के बाद आपके मन में सिर्फ एक बात जरूर बोलेंगे कि वह क्या आदमी है !👌👌
इस व्यक्ति की चर्चा इतनी है कि इन्हें कोई पहचान की आवश्यकता नहीं है ।बिहार में एक कोचिंग संस्था के संस्थापक Khan sir है ।
Khan sir patna
वैसे ही तो शिक्षक आपने कई देखे होंगे लेकिन जिस तरह से इनका पढ़ाने का अंदाज है ।यही बात इनको बाकी शिक्षकों से अलग बनाती है ।देसी अंदाज में khan sir कोई भी विषय को विस्तार में समझाते हैं ।
रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर के बेटा फैजल खान जिसे आप खान सर के नाम से जानते हैं ।अपने सादे अंदाज़ के कारण ही हर एक छात्र के रोल मॉडल बन गए हैं ।
इनके पापा आर्मी ऑफिसर में थे तो इनकी मन में देश के प्रति सेवा करने की लालसा थी लेकिन फिजिकल एग्जाम में इनका सिलेक्शन नहीं हुआ ।
कहते हैं ना दोस्तों जिसके अंदर देश की सेवा करने का जज्बा होता है वह किसी न किसी तरह से देश की सेवा करने की कोशिश करता है ।
इसलिए इन्होंने शिक्षण कार्य को चुना और मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चों और अन्य बच्चों को कम फीस में पढ़ाना शुरू कर दिया ।
इन्हे बचपन से ही गलत के प्रति अपनी आवाज उठाना बेहद पसंद था ।स्कूल में इन्हें नेता के नाम से जाना जाता था क्योंकि छात्रों के भलाई के लिए जब आवाज उठानी पड़ती थी तो खान सर सबसे पहले अपनी आवाज उठाते थे इसलिए इन्हे अब्दूल कलाम 2 भी कहा जाता है।
शुरुआत में जब आप कोई कार्य करते हैं तो हर कोई आप पर भरोसा नहीं करता है ऐसा ही खान सर के साथ हुआ जब उन्होंने कोचिंग खोला तो बहुत ही कम छात्र इनके पास पढ़ने आते थे लेकिन अब समय ऐसा आ गया है कि इनके हर एक बैच में 2000 से ज्यादा छात्र छात्राएं आते हैं अब खान सर ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों जगह पढ़ाते हैं ।
कुछ लोग करोना वायरस के कारण बिखर गए तो कुछ लोग दुनिया की नजरों में छा गए । जैसे कि करोना के चलते हर एक के व्यवसाय को नुकसान हुआ वैसे ही खान सर के कोचिंग सेंटर को भी हुआ ।
कोरोना के चलते इन्हें अपनी क्लासेज बंद करनी पड़ी लेकिन जहां चाह वहां राह
खान सर ने अपना यूट्यूब चैनल क्रिएट किया जिसका नाम इन्होंने रखा Khan GS Research Centre .इस चैनल में करीब 2 करोड सब्सक्राइबर इनकी होने वाले हैं ।
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Khan sir controversy
खान सर कई बार विवादों में भी आए ,उनके नाम को लेकर लोगों ने कहा कि यह व्यक्ति हिंदू है पर मुसलमान होने का दावा करता है ।
हो सकता है यहां कोई धर्म के खिलाफ कोई साजिश रचने आया है ।कई बार खान सर को ऐसे विवादों का भी सामना करना पड़ा लेकिन वह डगमगाए नहीं । वह कहते हैं मेरा मकसद है बच्चों को शिक्षा देना ना की धर्म के खिलाफ प्रचार करना ।
उनके पढ़ाने का अंदाज देखकर बड़े-बड़े ऑफिसर के बच्चे भी कहते हैं कि अगर मुझे भी यहां शिक्षक मिल गया होता तो मैं आज IAS बन गया होता ।आज इनकी वीडियो बहुत लोग सोशल मीडिया में शेयर करते हैं और कहते हैं कि इनसे ज्ञान प्राप्त करो और जीवन में आगे बढ़ो ।
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Khan Sir Application पर खान सर क्लासेस लेते हैं ।करीब एक लाख से ज्यादा लोग इनके साथ जुड़ चुके हैं । यहां पर भी खान सर बहुत ही कम फीस लेते हैं ।आप चाहे तो खान सर के साथ यहां भी जुड़ सकते हैं ।
कहते हैं दोस्तों जाको राखे साइयां मार सके ना कोई …इतनी तकलीफ आने के बावजूद इनके देश के प्रति प्यार और भावना आप समझ सकते हैं ।
खान सर कहते हैं कि किसी भी इंसान को उसके धर्म से नहीं उसके कर्म से पहचानो । सर अपने आप को हिंदुस्तानी कहलाना पसंद करते हैं ।
खान सर अनाथालय भी चलाते हैं जिसमें वह अनाथ बच्चों को आश्रय देते हैं । khan Sir ने गौशाला भी खोली है ।
धर्म चाहे कोई भी हो हिंदू ,सिख मुस्लिम , ईसाई खान सर हर धर्म की इज्जत करते हैं और हरएक पर्व को अपने छात्रों के साथ बहुत धूमधाम के साथ बनाते हैं ।
khan sir ki shadi /Inspirational stories of real life heroes in hindi( Khan sir and Priya Singh)
कुछ लोग गूगल में यह बात भी सच कहते हैं कि खान सर की गर्लफ्रेंड है कि नहीं आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि खान सर की कोई गर्लफ्रेंड नहीं है । हां उनकी संगाई जरूर हुई थी लेकिन कोरोनावायरस उस समय खूब फैला था तो उन्होंने शादी नहीं की ।
जिनसे खान सर की शादी होने वाली थी वहां पेशे से एक डॉक्टर है जो हिंदू यूनिवर्सिटी में पड़ती है फिलहाल शादी स्थगित कर दी गई है ।
अनाथ बच्चों के लिए प्यार 🥰, जानवरों के लिए गौशाला और हर एक धर्म से प्यार करने वाला कोई नेक इंसान ही हो सकता है 🤗 ।
प्रिया सिंह का संघर्ष (Priya Singh bodybuilder )
बीकानेर में रहने वाली प्रिया सिंह ने खुद कहा है कि जिस जगह आज भी घुंघट प्रथा का प्रचलन में हो उस जगह कुछ नया करना और सपना देखना बहुत बड़ी बात है ।बिकनी पहना तो दूर की बात है वहां की औरतों को घुंघट हटाने की भी इजाजत नहीं होती है । उस प्रदेश में रहने वाली प्रिया सिंह ने लोगों को यह साबित किया है कि हर बिकनी पहने वाली औरत गलत नहीं होती । उन्होने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बिकनी पहनी ।
प्रिया सिंह ने राजस्थान का नाम रोशन कर दिया इतिहास पर अपना नाम पहली बॉडीबिल्डर प्रिया सिंह के नाम से रच दिया ।
प्रिया सिंह ने खुद कहा है कि मैंने इतनी आलोचना सही है फिर भी अपने लक्ष्य के प्रति डगमगाए नहीं ।😅 लोगों की आलोचना सुनकर मन उदास जरूर होता था लेकिन मैंने कसम खाई थी कि इंटरनेशनल लेवल पर अपना नाम रोशन कर इस संसार को बताना है कि लक्ष्य को पाने की इच्छा हो तो कोई भी तुम्हें रोक नहीं सकता ।🙂
पर्दा में रहने वाली महिलाएं कभी नहीं सोचती है कि वे कुछ बड़ा अपने जीवन में प्राप्त कर सकते हैं लेकिन मैं उन सब औरतों को बताना चाहती हूं कि यदि तुम अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ निश्चय से कार्य करती हो तो आज नहीं तो कल तुम्हें सफलता जरूर मिलेगी ।
इंटरनेशनल लेवल में जीत हासिल करके राजस्थान का नाम प्रिया सिंह ने रोशन कर दिया ।
बॉडीबिल्डर बनने का ख्याल प्रिया सिंह को क्यों आया ?
आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण प्रिया सिंह ने यह तय किया कि वह कहीं कार्य करेंगी । प्रिया सिंह देखने में ठीक थी इसलिए उन्हें जिम में कार्य मिल गया ।
वह ट्रेनर के रूप में जिम में कार्य करने लगी , कार्य के दौरान उन्हें यह समझ आ गया कि बॉडी बिल्डर कैसे बनते हैं और कंपटीशन जीतकर अपना नाम कैसे बना सकते हैं।
प्रिया सिंह यह जाने के बाद बेहद खुश थी क्योंकि उसे कार्य के साथ अपना नाम बनाने का भी मौका मिल गया लेकिन जब उन्हें पता चला कि नेशनल और इंटरनेशनल कंपटीशन में जीतने के लिए उन्हें बिकनी पहननी पड़ेगी तो वहां थोड़ा निराश हो गई लेकिन उन्होंने अपने परिवार वालों को समझाया और उनके परिवार वालों ने अनुमति दे दी ।
स्टेट कंपटीशन पर स्पोर्ट्स ब्रा और इंटरनेशनल और नेशनल कंपटीशन पर बिकने वाली बात से वह परेशान थी ।
बॉडीबिल्डर प्रिया सिंह ने कई बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया मिस राजस्थान का खिताब इन्होंने 3 बार जीता ।
Inspirational stories of real life heroes in hindi( Khan sir and Priya Singh)
प्रिया ने थाईलैंड में आयोजित बॉडीबिल्डर चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और विजेता बन गई । गोल्ड मेडल विजेता बनने के बाद इन्हें प्रो कार्ड मिला जिसके चलते प्रिया सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकती हैं ।
प्रिया सिंह कर्ज में कैसे डूबी ?
खिलाड़ियों की किस्मत हो या आम आदमी की वह आसानी से नहीं चमकती , चमकने के लिए कई कुर्बानियां देनी पड़ती है ।प्रिया सिंह को इंटरनेशनल लेवल तक पहुंचने के लिए कर्ज लेना पड़ा क्योंकि उनके खाने-पीने का और अन्य वस्तुओं का खर्चा बहुत ज्यादा पड़ रहा था । अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने के लिए उन्हें लाखों रुपए कर्ज लेने पड़े लेकिन बॉडीबिल्डिंग फील्ड में प्रिया सिंह को हर कोई जानता है । आज उनके संघर्ष का यह नतीजा है कि उनका नाम हर कोई जानता है ।
एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान प्रिया सिंह ने बताया कि थाईलैंड पहुंचने के लिए कई लाख रुपए उनके लग गए और वहां जो खेल में बिकनी पहनी थी वह भी सस्ती नहीं थी ।
अच्छी डाइट फॉलो करने के लिए भी बहुत खर्चा उठाना पड़ता है ।इसी वजह से प्रिया सिंह कर्ज में डूबी ।
प्रिया सिंह दो बच्चों की मां है यह लेख Real life inspirational stories in hindi( Khan sir and Priya Singh) उन सब औरतों के लिए इंस्पिरेशन हो सकता है जो कहती है कि बच्चे और परिवार के बीच में समय निकालना बेहद मुश्किल है ।
अंतरराष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डर जाने प्रिया सिंह का संघर्ष
आज किसी भी क्षेत्र में महिलाएं अपना नाम बना रहे हैं अब वह समय नहीं रहा कि ” लोग क्या कहेंगे ” यह सोचने का .
प्रिया सिंह की इंस्पिरेशनल स्टोरी / Inspirational stories of real life heroes in hindi( Khan sir and Priya Singh))
बॉडीबिल्डिंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हर कोई यह सोचता है कि यह क्षेत्र केवल पुरुषों के लिए है लेकिन हाल ही में थाईलैंड अंतर्राष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डर प्रतियोगिता में प्रिया सिंह ने हिस्सा लिया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया उनकी कामयाबी देखकर लगता है कि महिलाएं भी हर क्षेत्र में अपना नाम बना सकते हैं ।
प्रिया सिंह बीकानेर में रहने वाली है इनकी शिक्षा के बारे में बात करें तो प्रिया सिंह ने पांचवी कक्षा तक पढ़ाई की है उसके बाद इन्हें पढ़ने का मौका ही नहीं मिला क्योंकि यह ग्रामीण परिवार से है इनकी शादी 8 वर्ष की आयु में ही करा दी गई थी ।
शादी के बाद ससुराल की जिम्मेदारी और अपने दो बच्चों की जिम्मेदारी उनके कंधे पर पड़ गए ।
इंटरव्यू के दौरान प्रिया सिंह ने कहा थी इनके कल्चर में साड़ी और सूट पहनना बहुत जरूरी होता है ।जिस जगह वहां रहती थी वहां की महिलाएं हमेशा घुंघट ओढ़ कर रहती हैं जब इन्हें बॉडीबिल्डिंग का कॉस्टयूम पहन कर बाहर जाना हो तो पड़ता था तब इनके आसपास के लोग इन्हें बेहद ताने मारते थे ।
कहते हैं चुनौतियों तो जिंदा लोगों के सामने ही आती हैं मृत व्यक्ति के सामने तो हर कोई रास्ता छोड़ देता है ।
परंपराओं को निभाते हुए प्रिया सिंह ने अपने लक्ष्य को भी ध्यान रखा ।प्रिया सिंह ने जिम में एक ट्रेनर के रूप में कार्य किया है 9 घंटे की ड्यूटी के बाद अपने रिश्तो को भी समझोगे रखा । हर कोई संघर्ष के दौरान बहुत सी चुनौतियों का सामना करता है लेकिन जो हार गया वह पीछे रह गया और जो अड़ गया वहां फतह हासिल कर ही लेता है ।
थाईलैंड अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतकर प्रिया सिंह ने भारत का नाम रोशन किया ।
आज इनकी जीत को लेकर हर कोई बेहद खुश है प्रिया सिंह का कहना है यदि जीवन में क्या लक्ष्य चाहते हो तो चुनौतियों को नहीं चुनौतियों के समाधान को देखो और आगे बढ़ो ।
उम्मीद है दोस्तों आपको यह लेख Inspirational stories of real life heroes in hindi( Khan sir and Priya Singh)पसंद आया होगा । यदि आप ऐसे ही व्यक्ति को जानते हैं जो अपने लक्ष्य को पाना चाहता है लेकिन उसे समझ नहीं आ रहा कि जीवन में फैसले कैसे लेनी है ? तो उसके साथ यह लेख जरूर शेयर करें ,अपने विचार हमारे साथ साझा करना बिल्कुल ना भूलें और अपना प्यार लाइक और सब्सक्राइब के जरिए आप दे सकते हैं अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद 🤗🙏🙏
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