आज का लेख “How can I train myself to Speak confidently “ उन लोगो के लिए फ़ायदेमंद रहेगा जो लोगो के बीच बोलने में झिझक महसूस करते हैं ।
बहुत से लोग ऐसे हैं जो आत्मविश्वास से बोल पाने में संघर्ष महसूस करते हैं क्या आप ही उनमें से एक हैं ?
यदि आपका उत्तर हां है तो आप अकेले नहीं है ।बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपने शर्मीलेपन और विचारों को सही ढंग से न व्यक्त करने के कारण आत्मविश्वास की कमी महसूस करते हैं ।
आज की डेट में ऐसे ही कई टेक्निक्स हमारे पास है जिसके जरिए आप अपने इस कमी को दूर कर सकते हैं ।
How to be Confident in Speaking in front of the class
Contents
###Overcoming Self-Consciousness (आत्म-चेतना पर काबू पाना ) –
कई बार ऐसी स्थितियां हम सबके सामने उत्पन्न हो जाती हैं जहां हमें किसी टॉपिक पर बोलना होता है लेकिन अचानक उत्पन्न होने से हमारे अंदर आत्मविश्वास की कमी आ जाती है और हम घबराहट के कारण कुछ बोल ही नहीं पाते ।
दोस्तों ऐसी स्थिति में आपको अपने अंदर विश्वास लाना है और कुछ मिनट का pause ले सकते है , Pause लेने से पहले बोले “यह अच्छा प्रश्न है, सोचने के लिए एक मिनट का समय दीजिए ” ऐसा कहने से आपको कुछ समय मिल जाएगा कि आपको एक्जेक्टली बोलना क्या है और किन शब्दों का चुनाव करना है । इस प्रक्रिया को बार-बार करने से ही आपके अंदर का डर भाग जाएगा ।
How to talk confidently with friends
###Conveying Importance and Depth (महत्व और गहराई बताना ) –
कई बार ऐसा होता है की बात करने से पहले इंसान बिल्कुल सोचता नहीं है और अपनी बात शुरू कर देता है लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है ।श्रोताओं का ध्यान अपनी ओंर आकर्षित करने के लिए आपको पहली लाइन में ही कहना है कि मैं कुछ महत्वपूर्ण बात आपसे सांझा करना चाहता हूं ।
cognitive priming का इस्तेमाल करते हुए जब आप अपनी बात पर प्रभाव डालते हैं तो बात करते समय ,आप अच्छा प्रभाव श्रोताओं पर छोड़ते हैं और अपने विचारों को गहराई से बताने में सक्षम बनते हैं । इस तरह से आप अपनी बात कॉन्फिडेंट लोगों से कर पाएंगे इस मेथड का इस्तेमाल करें और आज से ही इंप्लीमेंट करें ।
हम सब जानते है लोग उन व्यक्तियों की दिवान बन जाती है जिन्हे सही तरीके बोलने आता है दोस्तों आप अपनी पहचान उन लोगों में करवाना चाहते है यह पुस्तक जरूर लें ।
Achchha Bolne Ki Kala Aur Kamyabi
### Embracing the Power of Pausing (रुकने की शक्ति को अपनाना )
जवाब देने से पहले रुकने की शक्ति को अपनाने से आप कई गलतियों को होने से रोक सकते हैं अक्सर ऐसा होता है कि किसी ने कुछ पूछा तो हम तुरंत रिस्पांस दे देते हैं जिसकी वजह से हमे शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है ।
जब व्यक्ति 2 मिनट का Pause लेकर सामने वाले को उत्तर देता है तो वह स्पीच उसकी प्रभावित रहती है और उसका प्रभाव सामने वाले व्यक्ति के पास लंबे समय तक रहता है ।रुकने की शक्ति से आप अपने शब्दों को इकट्ठा कर सकते हैं और प्रभावी ढंग से अपनी बात सामने वाले व्यक्ति से कर सकते हैं ।
How to speak with confidence at work
###Becoming a Messenger: Speaking with Impact (संदेशवाहक बनना:
प्रभाव के साथ बोलना ) -आपके जीवन में ऐसे कई लोग देख जाएंगे जो हमेशा अपने बारे में बात करते रहते हैं कि उन्हें क्या पसंद है ?उन्हें क्या नहीं पसंद है ?
अगर आप एक ऐसा वक्त बनेंगे तो कभी भी आपकी ऑडियंस आपकी ओर आकर्षित नहीं होगी ।दूसरे प्रकार के स्पीकर्स होते हैं जो कोई ना कोई चीज एक्सप्लेन कर रहे होते हैं जैसे कि पैसा क्यों जरूरी है , हेल्थ एंड फिट रहना कितना आवश्यक है ? इस टाइप की स्पीकर्स ऑडियंस की लाइफ में वैल्यू ऐड कर रहे होते हैं जो उन्हें अच्छी लगती है ।थर्ड टाइप के ऐसे स्पीकर्स होते हैं जो सोचते हैं कि मुझे एक मैसेंजर के रूप में कार्य करना है ।
आपने कई बार देखा होगा कि scripture को ना ही किसी इंसान ने लिखा है ना ही भगवान ने उसे ऐसे इंसान ने लिखा है जो खुद को अंदर से खोखला महसूस करता है और सिर्फ अपने यूनिवर्स के लॉस को अच्छे से एक्सप्लेन करता है ,एक अच्छा स्पीकर वहां होता है जो बात को एग्जैक्ट पॉइंट में एक्सप्लेन कर सके ।बिना घुमाई फिरआएं जब इंसान अपनी बात को स्पष्टता के साथ बाले वह एक अच्छा स्पीकर माना जाता है ।
### Harnessing the Power of Metaphors (रूपकों की शक्ति का दोहन )
आत्मविश्वास से बोलने में आप कभी भी कमी महसूस नहीं करेंगे जब आपको Metaphors का इस्तेमाल करना आ जाएं ।कम शब्दों में अपने विचारों को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली उपकरण है “Metaphors” जिसकी वजह से आप कम लफ्जों में अपनी बात को स्पष्टता से समझ पाएंगे ।इसका इस्तेमाल करने से आप अपने श्रोताओं के साथ गहराई के साथ जुड़ सकते हैं ।
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### Challenging Yourself with Complex Language
आत्मविश्वास से बोलने के लिए आपको अपने आप को रोजाना चुनौतियां देना जरूरी है ।व्यक्तिगत विकास के लिए आपको ऐसी भाषा को चुना है जो आपको ज्यादा complex ना लगे क्योंकि यदि ज्यादा कठिन वाली भाषा का चुनाव आप करते हैं तो आप उसमें ज्यादा देर तक इंटरेस्ट नहीं रख पाएंगे लेकिन कम चुनौतियां वाला टास्क अगर आप चुनते हैं तो आप उसे रोजाना कर पाएंगे ।
आपको ऐसी फिल्में, किताबें और लोगों से मिलना है जो आपके ज्ञान को अधिक बढ़ा सके । ऐसे करने से आपके अंदर आत्मविश्वास की कमी नहीं आएगी और आप बोलते समय आत्मविश्वास के साथ अपनी बात सामने वाली व्यक्ति से कह पाएंगे ।
हल्की सी भाषा में जटिलताएं लाने से आपका बोलचाल में ऐसे शब्द जुड़ते जाएंगे जिसके कारण आपका बोलने का अंदाज प्रभावित बनता जाएगा इसलिए रोजाना चुनौतियां अपने दिनचर्या में लाएं ताकि आप प्रभावी ढंग से अपनी बात सामने वाले व्यक्ति से बोल पाएं।
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Mnemonics psychology , types,and Examples in Hindiनिष्कर्ष :इस लेख ” How can I train myself to Speak confidently “ में आपने समझा कि कैसे आप बोलते समय अपने अंदर आत्मविश्वास कैसे ला सकते हैं ताकि हम अपना प्रभाव लोगों पर छोड़ सके और अपना कार्य सही ढंग से कर सके ।
उम्मीद है आपको इस लेख के माध्यम से काफी जानकारी प्राप्त हुई होगी ।
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