Flow Book in Hindi

“Flow Book in Hindi: Seekh Le Zindagi Ko Samjhne Ka Naya Tarika! 📚🤯”

जिंदगी में खुशी की तलाश है !😍🤓तो आज का यह लेख ” Flow Book in Hindi “आपके लिए ही हैं ।

क्या आप कोई गतिविधि में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि आपको समझ ही नहीं आता कि समय कहां से कहां पहुंच गया ।

अगर आपका उत्तर हां है तो आपने प्रवाह (flow) को अनुभव किया है

Flow Book in Hindi

इस किताब ” Flow Book ” के लेखक का नाम मिहाली  ,उन्होंने तर्क किया है कि जब इंसान flow की स्थिति पर होता है वह सुखी और खुशहाल जिंदगी जी रहा होता है।

उसे समय इंसान अधिक उत्पादक , रचनात्मक और लचीला होता है।

इस लेख”flow book in Hindi”के जरिए आप flow के कांसेप्ट को समझेंगे और लेखक ने प्रवाह के ऊपर कुछ शोध किए हैं , उसी को इस किताब में अच्छे से समझने का प्रयास किया गया है ।

हम ने यहां तो समझ लिया की प्रवाह किसे कहते हैं ? अब समझते हैं कि अपने जीवन में प्रवाह को कैसे प्राप्त कर सकते हैं ?

हमने अभी-अभी समझा की प्रवाह में होने से हम खुशहाल और अधिक संतुष्टिपूर्ण जीवन जी सकते हैं ।

एक कहानी के माध्यम से आपको समझाने का प्रयास करती हूं एक व्यक्ति का नाम डेविड होता है । वह एक व्यापारी है जो अपने बिजनेस में कामयाबी की बुलंदियों को छू रहा है लेकिन उसे कहीं ना कहीं अपने जीवन में असंतुष्टि लगती है ऐसा क्यों है ?

क्या बता सकते हैं ? चलिए मैं बताती हूं

उसके जीवन में प्रवाह (flow )मौजूद नहीं था इसीलिए उसे अधूरापन महसूस होता था ।

What is flow? (प्रवाह किसे कहते ?)”Flow Book in Hindi”

जो चीज़ किसी अनुभव को वास्तव में अनुभव बनाती है वह चेतना की एक अवस्था है जिसे “flow” कहा जाता है। प्रवाह के समय इंसान खुश ,रचनात्मक और जीवन के साथ जुड़ाव महसूस करता है ।

प्रवाह का मनोविज्ञान हमें शिक्षा देता है कि कैसे हम प्रवाह की स्थिति में अपनी क्षमताओं को अनलॉक कर सकते हैं ।

इस किताब के उद्देश्य को बेहतर तरीके से समझने के लिए हमने इस किताब के 10 अध्याय बताएं हैं ।

chapter -1 (Flow Book in Hindi)

*The path to happiness

हर कोई हमेशा खुश रहना चाहते हैं पर क्या आपने सोचा है कि खुश रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए

मानसिक अवस्था की एक विशेषता जिसे हम प्रवाह कहते हैं । जब व्यक्ति प्रवाह की स्थिति को महसूस करता है उसे खुशी प्राप्त होती है। चुनौतियों का सामना करते हुए जब इंसान खो जाता है अपने कार्य को निपटने और बेहतर तरीके से करने के लिए उसे स्थिति में इंसान खुशियों का अनुभव करता है।

Flow Book in Hindi

केवल प्रयास करने से आप खुश नहीं रह सकते दरअसल जब आप झूठा प्रयास करते हैं , खुश रहने की कोशिश करते हैं तो उतना ही आप गम के अंधेरे में डूब जाते हैं

चलिए समझते हैं की खुशी का मूल्य कारण क्या है ?

असल में खुशी किसी चीज या माहौल पर निर्भर नहीं करती है यहां निर्भर करती है आपकी दृष्टिकोण पर !

किस प्रकार से हम इस संसार को देखते हैं और क्या हम अपने आप को बनाना चाहते हैं?

बहुत से लोग ऐसे हैं जो सोचते हैं कि हमारी खुशी बाहर की परिस्थितियों पर ही निर्भर करती है जबकि यह बात गलत है ।

जब आप समझ जाएंगे की खुशी आप कैसे प्राप्त कर सकते हैं तो कभी भी आप गूगल में या किसी अन्य व्यक्ति से यहां नहीं पूछेंगे कि खुश कैसे रहते हैं?

जब इंसान अपने कार्य से प्रेम करने लगता है और उसे समझ ही नहीं आता , कब समय बीत गया और वह अपने कार्य में लीन रह गया तो समझ लेना कि वह प्रवाह की स्थिति में है और उस स्थिति में ही उसे आनंद आने लग जाता है और वह संतुष्ट होने लग जाता है ।

Chapter 2:Flow Book in Hindi

The Physical Composition of Human Consciousness

कई लोग आज भी संस्कृतियों के पुराने तरीके और विचारों को अपनाना पसंद करते हैं ।बहुत कम लोग होते हैं जो अपने विचार सांझा कर पाते हैं लेकिन आज की डेट में जो अपने विचार सांझा कर सकता है उसे ही लोग महत्व देते हैं ।

लेखक का कहना है कि जो इंसान अपनी असुविधा का उपयोग चेतन को नियंत्रित करने में कर सकता है वही खुश रह सकता है और अपने दिमाग को नियंत्रित रख सकता है ।

जब आपको समझ आ जाएगा कि आप अपने दिमाग को नियंत्रित कैसे कर सकते हैं तो इसकी सहायता से आप अपने जीवन भी सिक्योर कर सकते हैं और भविष्य की तमाम चिताओं को दूर कर भाग सकते हैं ।

इंसान अपने इंद्रियों पर काबू पा सकता है तो वहां आसानी से अपने आप को उत्तेजना और प्रतिक्रिया के बीच काबू पा सकता है ।

चाहे आपके आसपास कैसा भी माहौल क्यों ना हो आप इस इंद्रियों का इस्तेमाल करके अपने आप को खुश रख सकते हैं और दुखी होने से बचा सकते हैं ।

185 मिलियन जानकारी इंसान जगह-जगह से इकट्ठी करता है कभी ध्वनि से तो कभी दृष्टि से और ज्यादातर जो जानकारी उसके भीतर समाई हुई है उसी के मुताबिक वह कार्य करता है ।

भीतर जो जानकारी प्रवेश हुई है वहां ध्वनि या भूतकाल में हुई परिस्थितियों का परिणाम है ।

अपने लाभ के मुताबिक , जानकारी का इस्तेमाल करते हुए इनका इस्तेमाल करने सीखे ।

जब आप यह करना सीख जाएंगे तो आपका ध्यान उन चीजों से हट जाएगा जो आपका ध्यान भटकती है ।

Chapter 3:Flow Book in Hindi

Happiness – Quality of Life

बहुत से लोग ऐसे हैं जो सोचते हैं कि जिस इंसान के पास अच्छा मकान और पहनने के लिए अच्छे कपड़े हैं तो उसका जीवन बहुत अच्छा है ।

कुछ समय बाद फिर एहसास होता है की असली खुशी सिर्फ अच्छा मकान और पहनने से ही नहीं होती ऐसा इसलिए क्योंकि जो इंसान अच्छा कपड़ा पहन रहा है उसके अंदर भी दुख है  ,पता है क्यों ?

क्योंकि इंसान का मूल्य लक्ष्य है अपने जीवन की क्वालिटी में सुधार लाना है ।

जीवन की क्वालिटी में सुधार लाने के लिए सिर्फ बाहरी परिवेश में फंसे रहना गलत बात है , इंसान को अपने अंदर के अनुभवों को भी बेहतर बनाते रहना चाहिए ।

इंसान को सिर्फ मनोरंजन के लिए कार्य नहीं करना चाहिए बल्कि वास्तविक खुशी का लक्ष्य बनाना चाहिए ।

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सुनने में तो बहुत अच्छी बात लग रही है कि हमें अपनी लक्ष्य की ओर ही ध्यान देना चाहिए लेकिन वास्तविकता में इन सब में ध्यान केंद्रित करना थोड़ा मुश्किल है ।

उदाहरण के रूप में इस बिंदु का मतलब समझे -अधिकतर लोग अपनी थकान मिटाने के लिए मूवी , टीवी या नशे पत्ते  को प्राथमिकता देते हैं ।

ऐसा करने से वह अपने कार्य अपने लक्ष्य से दूर हो जाते हैं और प्राथमिकता अपने लक्ष्य को नहीं दे पाते ।

इसका परिणाम यहां होता है कि वहां अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं और मनचाहा परिणाम हासिल नहीं कर पाते ।

बहुत सारी गतिविधियां self drive नहीं होती , इसे रोका जा सकता है ।

शुरुआत में अपने आप को रोकना थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन धीरे-धीरे जब आप अपनी प्रगति की ओर बढ़ते जा रहे होंगे आप आसानी से इन्हें रोक पाएंगे इसलिए श्रेष्ठ समय अपने श्रेष्ठ कार्य को दें ।

जरूरत है तो सिर्फ प्रारंभिक कदम उठाने की फिर कोई भी आपको आपके मनचाहे परिणाम से दूर नहीं रख सकता ।

कुछ रणनीतियों को अपनाकर आप अपने दिनचर्या में बदलाव ला सकती है ।

दिनचर्या में बदलाव आप दो तरीके से ला सकते हैं पहले यहां है कि बाहरी स्थितियों को अपनाकर उसी में फंसे रहे या फिर दूसरा तरीका अपनी दृष्टिकोण में बदलाव लाएं ।

अपनी दृष्टिकोण में बदलाव लाना ज्यादा बेहतर विकल्प है क्योंकि उसमें सिर्फ आपको अपनी सोच को बदलना है और तौर तरीके बदलते हुए अपनी जिंदगी में बदलाव लाना है ।

Chapter 4:Flow Book in Hindi

Finding Flow

अपनी गतिविधियों पर ध्यान दे जो प्रवाह की स्थिति उत्पन्न करती है ।जिसे आपको खुशी मिलती है जैसे कि खेल ,कला या शौक ।

लेखक का कहना है कि इंसान विकट परिस्थिति में भी अपने ऊपर ध्यान रख सकता है ।

टेनिस खेलते समय शुरुआत में player का लक्ष्य होता है की गेंद को नेट से पर की जाए लेकिन जैसे-जैसे इंसान महारत हासिल करते जाता है तो उसका निशान और लक्ष्य कुछ और भी बन जाता है जैसे कि अपने प्रतिद्वंद पर निशाना लगना।

कौशल स्तर को बढ़ाने के लिए थोड़ी सी चुनौती आप बढ़ा सकते हैं ,ऐसा करके आप अपनी क्षमताओं को बढ़ा सकते हैं ।

एक उदाहरण के माध्यम से समझे – कुम्हार ईवा ज़िसेल जिन्होंने स्टालिन के शासन में कारावास सहा ।

दिमागी हालत ठीक रखने के लिए शतरंज खेलती थी और कविताएं याद करती थी और समय मिलने पर शारीरिक व्यायाम भी करती थी ।

उनका कहना था कि इंसान विकट परिस्थिति में अपने कौशल रचनात्मक और प्रतिभा को निखार सकता है ।

अगर आप सामाजिक परिवेश से अपने आप को मुक्त करना चाहते हैं तो self award देना सीखे ।

इसके अतिरिक्त , इंसान को खुशी और उद्देश्य खोजने की क्षमता अपने अंदर विकसित करनी चाहिए ।

Chapter 5:Flow Book in Hindi

Flow in the Body

कोई भी इंसान अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए केवल खेल या कला पर निर्भर नहीं रहता है ।

दूसरी तरफ हमारे शरीर में इतनी क्षमताएं होती है कि अगर उसे नजरअंदाज कर दिया जाए तो धीरे-धीरे हमारी क्षमताएं समाप्त होती जाती है ।

उदाहरण के माध्यम से समझने का प्रयास करें जैसे कि कुछ लोग होते हैं जो अभ्यास बिल्कुल नहीं करते वह अपने स्वास्थ्य को नजर अंदाज करते हैं इसलिए उनके चलना , बोलना और पर्सनैलिटी totally change हो जाती है ।

जीवन की quality में सुधार लाना चाहते हैं तो मन में क्या चल रहा है यह जाना बेहद आवश्यक है ।

कुछ लोगों के लिए पैदल चलना मतलब यहां से सिर्फ वहां तक पहुंचना होता है जबकि इंसान को पर्यावरण के साथ अपना एक नाता जोड़ना चाहिए ।

स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और प्रकृति के साथ नाता जोड़ने के लिए आप योग का सहारा ले सकते हैं ।

अहंकार को मुक्त करना हो और विशिष्ट लक्ष्य तक पहुंचना हो तो योग से बेहतर कुछ नहीं ।

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योग की सहायता से आप अपने दिमाग में जो लाना चाहते हैं वहां प्रवेश कर सकते हैं और जिस चीज को हटाना चाहे हटा सकते हैं ।

chapter -6 (Flow Book in Hindi )

Flow of Thought

अनुभव सिर्फ इंद्रियों से नहीं प्राप्त होता बल्कि कुछ अनुभव मन में पैदा होते हैं ।

कुछ जानकारियां हम सिर्फ इंद्रियों से नहीं प्राप्त करते बल्कि हमें खोजने की आवश्यकता पड़ती है ।

मानसिक गतिविधियों से हम जीवन में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं इसलिए इसे बढ़ाने के लिए आप लिखना ,पहेली हल करना, सुडोकू खेलना, और गणित हल करना जैसी गतिविधियों का उपयोग कर सकते हैं ।

कुछ लोगों के लिए ध्यान केंद्रित एक ही कार्य में करना संभव होता है लेकिन प्रवाह की सहायता से आप बिना भटके एक ही कार्य को में ध्यान केंद्रित कर सकते हैं ।

chapter -7 (Flow Book  summary in Hindi )

Working with Flow 

क्या कार्य जटिल होने चाहिए ?

बिल्कुल नहीं !🫣

आपका एक कार्य प्रवाह का स्रोत बन सकता है सिर्फ आपके अंदर महारत , लक्ष्य निर्धारण ,फीडबैक और चुनौती  की आवश्यकता होनी चाहिए ।

क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोग कैसे प्रवाह की स्थिति महसूस करते हैं ?

ऐसा इसलिए है कि वह stereotypes से अपने आप को दूर रखते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए Committed रहते है।

पूर्वाग्रहों को त्यागने से ही कोई इंसान प्रवाह की स्थिति तक पहुंच सकता है और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है ।

प्रवाह की स्थिति तक पहुंचाने के लिए आपको अपने कार्य से प्रेम करना होगा ।

जो लोग प्रवाह की स्थिति में पहुंच जाते हैं उनके लिए रोजमर्रा का कार्य और खाली समय दोनों समान होता है ।

उदाहरण के माध्यम से आपको समझाने का प्रयास करती हूं एक व्यक्ति जो सुबह 5:00 बजे उठकर कार्य करता है ।

उसे पूछा गया कि अगर आप अमीर बन जाओ तो आप अपने जीवन में क्या बदलना चाहोगे ?

वह व्यक्ति प्रवाह की स्थिति अनुभव करता है तो उसका उत्तर था कि वह अपने जीवन में कोई भी परिवर्तन नहीं करना चाहता क्योंकि कार्य करने से उसकी कल्पना शक्ति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में विकास होता है ।

प्रवाह की स्थिति कैसे प्राप्त कर सकते हैं ?

  • चुनौतियों की तलाश करें और उसे घबराकर नहीं डटकर सामना करें ।
  • हर रोज कुछ नया सीखे और अपना समय बर्बाद करना बंद करें ।

Chapter 8 (flow book summary in hindi के आठवे अध्याय को पढ़े )

हम सब जानते हैं कि आजकल व्यस्त कार्यालय के कारण हर एक के व्यक्तिगत जीवन में प्रभाव पड़ रहा है ।

लोगों की खुशियां छीन रही है लेकिन प्रवाह की स्थिति को उत्पन्न करने के लिए हमें उन लोगों की जरूरत होती है जो हमारे निकट होते हैं जैसे कि परिवार, दोस्त और पड़ोसी जो आपके करीब हो और आपका उद्देश्य पाने के लिए आपकी मदद कर सके ।

परिवार आपको सही रास्ता दिखाएंगे और दोस्त आपके अंदर की शक्ति को बढ़ाएंगे और पड़ोसियों और समुदायों से नई चीज़ सीखने के अवसर मिलते हैं ।

यदि आप रिश्तो में सही निवेश करेंगे तो इसका परिणाम आपको अच्छा ही मिलेगा ।

chapter -9 (Flow Book Review )

Learn to enjoy the experience immediately (जो अनुभव अपने लिया है उसका आनंद लेना सीखे )-

परिणाम की चिंता किए बिना , सही दृष्टिकोण बनाएं ।कभी चुनौतियों का सामना करने पर आपको हार का सामना करना पड़े तो निराश ना हो क्योंकि जब व्यक्ति निराशा होता है तो खुद को असहाय से महसूस करता है ।

लक्ष्य निर्धारित करें , अपना कौशल विकसित करने का प्रयास करते रहे और फीडबैक के लिए सक्रिय रहे । ऐसा करने से जब आप अगली बार प्रदर्शन करने के लिए तैयार होंगे तब आपसे गलतियां कम होगी क्योंकि आपने पहले जो गलतियां की थी उसे शिक्षा प्राप्त कर ली है और आने वाले समय में दोबारा वह गलती दोहराएंगे नहीं ।

अपने अंदर इस तरह की आदतें विकसित करनी है जो आपको एक जिद्दी व्यक्ति बनाएं । जिद्दी व्यक्ति का यहां मतलब है कि आप चुनौतियों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार और सक्रिय रहे  ,घबराकर नहीं मुस्कुराकर चुनौतियों का सामना करें ।

 जीवन में सुखी रहने के लिए क्या करना चाहिए?

जीवन में खुशहाल रहना है तीन युक्तियां को अपने :

1.अहंकार को अपना दुश्मन न बनने दे – जब व्यक्ति अहंकार करता है तो अक्सर अपने आप को बदनसीब बना देता है ।इंसान को अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखना चाहिए और अहंकार के कारण अपने जीवन को बर्बादी की ओर नहीं लेकर जाना चाहिए ।

मान ले कि आपकी कार खराब हो गई और आपको जरूरी मीटिंग अटेंड करनी थी ।उसे समय अधिकतर लोग एक लाइन कहते हैं कि “ऐसा मेरे साथ ही क्यों होता है”

जबकि उन्हें यह कहना चाहिए कि कार को सर्विसिंग करवाए बहुत समय हो गया है शायद इसी कारण वह बंद पड़ गई है ।

अगर इंसान अहंकार में रहेगा तो मौके को गावा सकता है लेकिन उसे समय आपको समस्या का हल निकालते हुए रास्ता ढूंढना है और अपनी मंजिल तक पहुंचना है इसलिए कोसाना बंद करके रास्ता ढूंढने पर विश्वास रखें ।

2 . डर का सामना करना सीखे -बहुत से लोग ऐसे हैं जो जीवन में अपने डर के सामने झुक जाते हैं ।अगर आप उनमें से एक है तो आज से ही संकल्प ले की डर के सामने झुकना नहीं है बल्कि रोज ऐसे कदम उठाने है जो आपको जीवन में उन्नति दिला सकते हैं और आपके डर को समाप्त कर सकते हैं ।

3.चुनौतियों का सामना करने की बजाय आप नए समाधान भी खोज सकते हैं – कुछ लोग ऐसे होते हैं जो चुनौतियां का सामना करने के बजाय नए समाधान खोजना में विश्वास रखते हैं ।अगर आप भी उनमें से एक हो तो नए समाधान निकाले और विपरीत परिस्थिति से खुद को बाहर निकले ।

chapter -10

  flow book by mihaly csikszentmihalyi के दसवे अध्याय पर आप पहुँच गए

The Meaning of Life

– अंतिम अध्याय हमें बताता है कि कैसे अनुभव एक सार्थक तस्वीर में हम बदल सकते हैं ।

हर इंसान को अपना जीवन अच्छे से जीने के लिए एक लक्ष्य की आवश्यकता होती है  ,इसका परिणाम यह होता है कि वह अपने आपको चुनौती देते हैं ।

इंसान जब भी लक्ष्य निर्धारित करें तो उसमें दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति से कार्य करें ।

उदाहरण के माध्यम से समझे मैल्कम एक्स एक गरीब परिवार से था ।उसे नशीली दवाइयां की लत लगी हुई थी जिसकी कारण से उसे जेल भेज दिया गया ।

पढ़ने और सही ढंग से सोचने के कारण उसे सामाजिक कार्यकर्ता बनने की प्रेरणा मिली ।

फिर वह लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने लगा और लोगों के जीवन में सुधार लाने लगा ।

कल्पना कीजिए यदि इंसान के पास कोई लक्ष्य ना हो तो वह कैसे अपना जीवन व्यतीत करेगा ?

जाहिर सी बात है वह कुछ भी नया नहीं सीखेगा ना ही अपनी उन्नति की ओर कदम उठाएगा ।

इसलिए सही अर्थ में अगर इंसान अपना जीवन व्यतीत करना चाहता है तो उसे एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए जो उसके लिए चुनौती पूर्ण हो ।

लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उसे सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए ।

जिस दिन आप अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे तो आपको जीवन का अर्थ भी समझ आएगा और वास्तविक में खुशी प्राप्त होगी ।

उम्मीद है आपको यह लेख ” Flow Book in Hindi  ” पसंद आया होगा  ,कृपया इस लेख को उन लोगों के साथ साझा करना बिल्कुल ना भूल जो जीवन में उन्नति करना चाहते हैं और अपने जीवन में खुशियों को लाना चाहते हैं ।अपना कीमती समय देने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया 💕🙏😊

Author

  • dailygyankasagar

    मेरा नाम दीपा है ।मैं उड़ीसा से हूं ।मुझे किताबें पढ़ना और लोगों की मदद करना बहुत पसंद है। मेरी  रुचि हमेशा नया सीखने में और सिंगिंग में रही है। कहते हैं अगर अपने passion को profession बना लो तो जिंदगी जीने  में आनंद आने लग जाता है। यह बात मैंने किताबों से और महान व्यक्तियों से सीखी है।

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