Doglapan Book Review

जाने-माने हस्ती अशनीर ग्रोवर ने एक किताब पब्लिश की है जिसका नाम उन्होंने रखा है Doglapan। चलिए जानते हैं इस लेख   Doglapan Book Review के जरिए Asheer Grover क्या बताना चाहते हैं ?

अशनीर ग्रोवर एक Enterprennur है । इन्होंने अलबिंदर ढींडसा के साथ startup शुरू किया था , “Grofer ” start up का नाम रखा । बाद में इन्होंने शाश्वत नाकरणी के साथ कार्य किया , जिस कंपनी में अशनीर ग्रोवर कार्य कर रहे थे वह कंपनी डिजिटल पेमेंट तथा छोटे बिजनेसमैन को लोन देने का कार्य करती है यह प्रसिद्ध कंपनी है ।

Doglapan Book Review

 

Ashneer grover कार्य करने के बाद लेखक ने अपने अनुभव इस किताब के  “Doglapan ” जरिए शेयर किए हैं चलिए जानते हैं कि वह हम सब को क्या बताना चाहते हैं ?

इस किताब  “Doglapan ” के  7 अध्याय हैं चलिए जानते हैं कि हर एक अध्याय से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?

Doglapan Book Summary  (Doglapan Book Review)

1. कभी किसी पर आँख बंद करके विश्वास मत करो (Don’t Trust People Blindly ) -अलविन्दर ढींढसा के साथ जब कार्य करने की बात हुई तब अशनीर ने कहा था कि

जब कंपनी की वैल्यू 80000000 हो जाएगी तो उन्हें 100 करोड़ दिए जाएंगे । यहां बात कांटेक्ट में लिखी नहीं थी सिर्फ बातचीत में यह बातें हुई थी ।

उस समय अलविन्दर ढींढसा ने अशनीर की बात मान ली ।अशनीर अमेरिकन एक्सप्रेस कंपनी में कार्य करता था वहां उसे 8000000 salary मिलती थीं लेकिन अलविन्दर ढींढसा ने कहा कि वे उन्हें 4000000 दे सकते हैं और साथ ही साथ Grofer के 4000000 के शेयर उन्हें देंगे ।

अशनीर ने Grofer के लिए बहुत अच्छा कार्य किया लेकिन कुछ ही समय में Ashneer ने देखा कि उसके जूनियर को उससे ज्यादा अच्छी सैलरी कंपनी दे रही है ।इस बात को लेकर जब अशनीर ने अलविन्दर ढींढसा से बात की तो उन्होंने कहा कि तुम्हें काम करना है तो अच्छा , नहीं तो तुम जा सकते हो ।

अशनीर को अपनी गलती का एहसास हुआ ,उनकी सबसे बड़ी गलती थी कि उन्होंने बातचीत में ही बात की थी कि कंपनी की वैल्यू अगर 80 मिलियन हो जाती है तो उन्हें इतनी अमाउंट दी जाएगी लेकिन निकलते वक्त उन्हें कुछ खास पैसे नहीं मिले । जिसकी वजह से उन्होंने एक शिक्षा ली कि कभी भी आंख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए ।

2.अपने रहस्य किसी को मत बताओ (Don’t Tell Your Secrets ) -पढ़ाई के दौरान फ्रांस की फेलोशिप का नोटिस अशनीर  ने देखा ।जिन बच्चों ने फैलोशिप का नोटिस देखा था वह यहां बात अपने तक ही रख रहे थे क्योंकि केवल 5 बच्चों को फेलोशिप दी जा रही थी ।

जिन बच्चों ने यह नोटिस पढ़ था उन लोगों ने अप्लाई कर लिया ।किसी ने भी यह बात की चर्चा अन्य बच्चों से नहीं की क्योंकि कंपटीशन ज्यादा होने से उन्हें तकलीफ हो सकती थी ।

संख्या कम होने के कारण अशनीर को आराम से  ब्रांच की स्कॉलरशिप मिल गई ।

स्कॉलरशिप मिलने पर इन्हें बहुत पैसा भी मिला और अगर फीस की बात करें तो भारत की फीस के बराबर ही फ्रांस की फीस लग रही थी इसलिए उन्होंने पूरा यूरोप बड़े आराम से घूमा ।

वहां से इन्होंने बहुत ज्ञान इकट्ठा किया जिसके चलते इन्हें अपनी कंपनी चलाने में सहायता मिल गई ।

इसलिए अशनीर का कहना है कि कभी भी अपना रहस्य किसी को नहीं बताना चाहिए क्योंकि आपके रहस्य जाने के बाद हो सकता है कि जो आप चाहते हो वहां ना हो पाएं ।

Doglapan Book Review

3. विद्वानों के साथ वक़्त बिताओ (Spend Time With Experts ) -अशनीर का कहना है कि अपने आपको महान समझने की गलती नहीं करनी चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि अगर हम अपने आप को महान समझ  लेंगें तो कभी भी कुछ नया सीखने का प्रयास नहीं करेंगे ।

एक बात समझ लीजिए हम से भी ऊपर कोई विद्वान है तो हमको उन्हें नोटिस करना चाहिए और उनका ज्ञान लेकर अपने जीवन में लागू करना चाहिए ।

Mindset ऐसा होने से जीवन में सफलता हासिल कर सकते हैं क्योंकि यहां माइंडसेट एक Growth mindset है ।

ग्रोथ माइंडसेट वाले हमेशा सीखने में यकीन रखते हैं ।जहां बात अशनीर ने फ्रांस के लोगों से सीखी , जब अशनीर France गए थे तो वहां के लोगों में एक चीज common थी , वहां था उनका discipline (अनुशासन )

जब भी लेक्चरर्स चलते थे तो फ्रांस के सभी बच्चे नोट्स बनाने के लिए अलग-अलग पेन का इस्तेमाल करते थे ।

ऐसा करने से उनके नोट्स बहुत प्रभावित लगते थे और उनके ग्रेड्स भी बढ़ते थे ।अशनीर ने उन्हें नोटिस किया और अपने ग्रेट को भी बढ़ा लिए ।

France के लोगों से अशनीर ने सीखा कि अनुशासन का महत्व क्या होता है ?

यही अनुशासन को आश्नीर ने अपने जीवन में लाया और आज उनकी सारी कंपनियां सक्सेसफुल है ।

कहते हैं दोस्तों अपने से ज्ञानी से कुछ सीखने को मिले तो जरूर सीख लेना चाहिए । यह बात आपको जीवन में आगे लेकर जाएगी लेकिन अगर आप ही अपने आपको ज्ञानी समझ कर बैठ जाएंगे तो कभी भी कुछ नया नहीं सीखेंगे इसलिए अपने से ज्ञानी को देखें और उन्हें फॉलो करें ।

4. परिवार के लोगों को प्राथमिकता दो (Give Preference To Family ) -बहुत से लोग आपको अपने जीवन में ऐसे दिख जाएंगे जो सिर्फ अपने काम को महत्व देते हैं ।

अशनीर का कहना है कि जब आपका काम धंधा डूब जाएगा या आपके काम में कोई मुसीबत आएगी तो आपका काम आपसे नहीं पूछेगा कि आप कैसे हैं ? , पूछने को तो आपके अपने ही आएंगे इसलिए इन्हें महत्व देना जरूरी है ।

20 साल पुराना आपका कार्य आपको धोखा दे सकता है , आपको पीछे रह सकता है लेकिन जो आपके रिश्ते हैं वह आपको हमेशा आगे बढ़ने में मदद करेंगे इसलिए उन लोगों से परामर्श करके ही अपना कार्य आगे बढ़ाएं ।

फैमिली मेंबर्स ऐसे होते हैं जो आपके कार्य में आपको आगे बढ़ाने में मदद कर सकते हैं । वे अपनी जी जान लगाकर  आपके कार्य को आगे बढ़ाने का हर मुमकिन कार्य करेंगे ।

अशनीर ने अपने बिजनेस में अपने वाइफ को involve किया ।ज्यादातर बिजनेस वही सक्सेस है  ,जिस बिजनेस के पीछे उनकी पूरी फैमिली लगी हुई है । इस बात से आप समझ सकते हैं कि फैमिली मेंबर का कितना बड़ा महत्व होता है ?

Zerodha के कामत ब्रदर्स और हिंदूजा ब्रदर्स का उदाहरण आप सबके सामने हैं ।

5. नौकरी किसी को अमीर नहीं बना सकती ( Job Can’t Make You Rich )-अशनीर की सोच है कि कोई भी आदमी जॉब करके अपने आप को अमीर व्यक्ति नहीं बना सकता । Middle class  व्यक्ति की सोच होती है कि मेरी सरकारी नौकरी लग जाए तो एक बंदी बनाई salary हर महीने आने लग जाएगी और कुछ सालों में increment मिल जाएगा जिससे मेरा गुजारा चल जाएगा ।

Doglapan Book Review

इनकी यहां सोच गलत है अगर दिल में अमीर बनने की इच्छा है तो सिर्फ गुजारे से काम कैसे चल जाएगा ?

डॉक्टर की सैलरी भी अगर आप देखते हैं तो महीने का अगर उन्हें 200000 भी मिलता है तो बुढ़ापे तक भी वे अमीर की कैटेगरी में नहीं आ सकते इसलिए शुरुआत में छोटी-मोटी नौकरी करके कुछ Saving कर ले  फिर अपना खुद का व्यवसाय खोलें ।

अमेरिकन एक्सप्रेस , पीसी ज्वेलर्स में कई सालों तक अश्नीर ने कार्य किया लेकिन कार्य के दौरान उन्हें एक बात समझ आ गई थी कि मैं अमीर इस कार्य से तो नहीं बन सकता इसलिए उन्होंने कुछ टाइम बाद नौकरी छोड़ दी और खुद का बिजनेस शुरू किया ।

Ashneer Grover Doglapan Book Review

6.  बिज़नेस ही आपको जल्दी अमीर बना सकता है (Business Makes You Rich ) – अमीर बनने की इच्छा रखते हैं तो अपना खुद का startup शुरू करें । आप जो भी कार्य कर रहे हैं उसके साथ-साथ एक ऐसा व्यवसाय करें जिससे आपको समझ आएगी कि इस व्यवसाय के रास्ते में आपको कौन-कौन से दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है ।

ऐसे में आप मानसिक और शारीरिक तौर से अपना खुद का व्यवसाय खोलने में तैयार हो जाएंगे ।

जॉब के साथ-साथ आप ब्लॉगिंग  ,एफिलिएट मार्केटिंग , फ्रीलांसर आदि में ध्यान दे सकते हैं ।कार्य के दौरान आपकी strength बढ़ेगी और आप obstacles को हैंडल करना सीख जाएंगे ।

कंपनी या स्टार्टअप में आज नहीं तो कल आप करोड़ों , अरबों कमा सकते हैं और जल्द ही अमीर बन सकते हैं लेकिन जॉब में आप की तनखा बंधी होगी आप कभी भी अमीर नहीं बन पाएंगे इसलिए smart रास्ता चुने ।

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7. दूसरों को काम सौंपना सीखो ( Learn To Delegate )-इंसान जब भी कोई नया कार्य शुरू करता है तो पूरा प्रयास करता है कि वह सब कार्य खुद से ही कर ले लेकिन ऐसा होना नामुमकिन है ।जब आप सब काम में लग जाएंगे तो आप मानसिक रूप से थक जाएंगे जिसकी वजह से आप क्रिएटिव कार्य नहीं कर पाएंगे ।

यदि आप सही mindset से कोई कार्य शुरू करते हैं तो हो सकता है कि आप अपने कार्य में कामयाबी पा ले लेकिन बहुत से लोग गलत माइंडसेट के होते हैं।

वे अपने सारे काम खुद ही करने का प्रयास करते हैं और छोटे से छोटे कार्य में लगे रह जाते हैं जिसके कारण वह अपने व्यवसाय को आगे नहीं बढ़ा पाते ।

आपको अपने व्यवसाय के लिए ऐसे  आदमी का चुनाव करना चाहिए जो आपके छोटे-छोटे कार्य कर सकें क्योंकि हर काम एक इंसान नहीं कर सकता इसलिए टैलेंट के अनुसार आपको ऐसे व्यक्ति का चुनाव करना है जो आपके कार्य कर सकें और आपके व्यवसाय को आगे बढ़ाने में आपकी मदद कर सके ।

उदाहरण के माध्यम से समझाने का प्रयास करती हैं अगर आप ब्लॉगर का ही उदाहरण ले लें तो आप समझेंगे कि अगर किसी ब्लॉगर को कंटेंट राइटिंग में दिक्कत आ रही है तो वह facebook ads या fiverr से कंटेंट राइटर hire कर सकता है ।

इसी प्रकार से अगर ब्लॉक डिजाइन करना नहीं आता तो वेब डिजाइनर या वेब डेवलपर को हायर सकते हैं। ऐसा करने से आपका समय कम लगेगा और आप अपनी मुख्य कार्य में ज्यादा ध्यान दे पाएंगे।

बात तो छोटी सी है लेकिन हर इंसान को समझ नहीं आती ।

दोस्तो, आशा है कि आपको यह लेख Doglapan Book Review पसंद आया होगा । Doglapan से बचे और अपने आप को आगे बढ़ाते रहें ।

अपने कीमती समय देने के लिए धन्यवाद 🙏😊💕

Author

  • dailygyankasagar

    मेरा नाम दीपा है ।मैं उड़ीसा से हूं ।मुझे किताबें पढ़ना और लोगों की मदद करना बहुत पसंद है। मेरी  रुचि हमेशा नया सीखने में और सिंगिंग में रही है। कहते हैं अगर अपने passion को profession बना लो तो जिंदगी जीने  में आनंद आने लग जाता है। यह बात मैंने किताबों से और महान व्यक्तियों से सीखी है।

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