Change your paradigm,change your life book Summary in Hindi

Change your paradigm, change your life book Summary in Hindi

Change your paradigm,change your life book Summary in Hindi 

लेखक (Bob proactor) ने Change your paradigm, change your life book Summary in Hindi में पूछा हैं कि जीवन में जो तुम पाना चाहते हो क्या वह तुम्हें मिल रहा है? क्या तुम्हारे प्रयासों से तुम्हें परिणाम मिल रहे हैं क्योंकि कहा जाता है कि प्रयासों में इतनी शक्ति होती है कि वह आपको आपकी मंजिल की ओर ले जाती है।

Change your paradigm,change your life book Summary in Hindi

 

जरा सोचिए बड़े परिणाम नहीं तो छोटे-छोटे परिणाम मिल रहे हैं अगर आपका उत्तर नहीं है तो आपको यहां आर्टिकल Change your paradigm, change your life  पढ़ने की जरूरत है।

Paradigm क्या है?

हमारे अंदर कुछ ideas और belief system होते हैं ।जैसे कि मेहनत करना बहुत मुश्किल काम है, लालची लोग ही सफल बनते हैं, बिना चिंता किए कोई काम नहीं हो सकता। हमारे सब -कॉन्शियस माइंड में यह Ideas और belief system को ही Paradigm कहते हैं। दूसरे लफ़्ज़ों में पैराडाइज का मतलब है ” नजरिया ”

जैसे आपकी पैराडाइम होते हैं वैसे ही आपके एनर्जी और वाइब्रेशन होती है। इसी कारण हम एक तरह का कार्य को same पैटर्न से करते हैं। वही हमारा बिहेवियर पैटर्न कहलाता है । Pattern Same होने के कारण हमें रिजल्ट भी same ही मिलता है।

Bob proactor का कहना है कि अगर आप सेम रिजल्ट नहीं चाहते हो तो आपको Paradigm को शिफ्ट करना पड़ेगा।

पैराडाइम को शिफ्ट करने की जरूरत क्यों है?

जब तक हमारे अंदर के बैठे belief system और ideas को हम नहीं बदलेंगे तब तक हमारा Paradigm चेंज नहीं होगा। इसलिए अच्छे रिजल्ट पाने के लिए हमें अपना पैराडाइम शिफ्ट करने की जरूरत है इसी को पैराडाइम शिफ्ट कहते हैं।

पैराडाइम क्यों बदलना चाहिए?

बॉब प्रॉक्टर Change your paradigm, change your life बुक में बहुत महत्वपूर्ण बात समझाई है।

बॉब प्रॉक्टर कहते हैं मैंने दुनिया में काफी लोगों से मुलाकाते की है। उनमें मैंने तीन बातें common पाऐ हैं।

काफी लोग हैं जो पैसा नहीं जाते पर financial security होना चाहते हैं🤣। जिससे उन्हें कभी भी पैसे की जरूरत पड़े तो सोचना भी ना पड़े। फाइनेंशली सिक्योर होने से उन्हें कभी पैसे के बारे में सोचना नहीं पड़ेगा ।अगर दूसरे शब्दों में कहूं तो पैसा चाहिए क्योंकि पैसे के जरिए ही हम जो चाहते हैं वह खरीद सकेंगे।

हर इंसान अपनी जिंदगी में खुश रहना चाहता है वे वैसे काम करना चाहते हैं जिससे उन्हें सुकून और शांति मिले।

हर इंसान अच्छी कंपनी जाता है। जिसके साथ रहकर वह खुश रह सके और मोटिवेट रह सके।

अच्छे रिजल्ट कैसे बनते हैं ?

Change your paradigm, change your life book Summary  किताब में Bob proactor ने यह कहा है ।we are only limited by the weakness of attention and poverty of imagination बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो कि अपने गोल को पाने की कोशिश करते हैं पर गोल के पास आकर रुक जाते हैं क्योंकि वहां सब चीज पर काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें सबसे पहले अपने अवचेतन मन को ट्रेन करने की जरूरत है।

अपने अवचेतन माइंड को ट्रेन करने के लिए आपको अपने काम में फोकस करना है और साथ ही साथ इमैजिनेशन की पावर को बढ़ाना है।

ऐसा करने से आपके पुराने belief system को आप रिप्लेस कर सकते हैं।

Change your paradigm, change your life बुक में बॉब प्रॉक्टर अपने बारे में बता रहे हैं कि एक बार उनकी टीचर ने एक सवाल किया कि वह तुम क्या करना चाहते हो🤔?

तब Bob proactor ने उत्तर में कहा कि मैं कर्जे से निकलना चाहता हूं लेकिन यह असंभव है Bob proactorके उत्तर को सुनकर टीचर ने कहा कि यह कारण है कि तुम अब तक कर्जे में हो। तुमने सिर्फ यह देखा कि क्या क्या दिक्कत आ सकती है। तुमने यहां कोशिश नहीं की कि कैसे तुम कर्जे से मुक्त हो सकता हूं।

तुमको अपने दिमाग को उन कारणों और उपायों को खोजने में लगाना होगा जिससे तुम अपने successको अचीव कर सकूं।

Bob proactor ने इसी बात का जिक्र है Change your paradigm, change your life में किया है कि जो भी हम बचपन से सुनते आ रहे हैं वही हमारा belief system बन जाता है। मुझे बचपन में काफी लोगों ने कहा था कि तुम नालायक हो, तुम जीवन में कभी कामयाब नहीं हो सकते और यही विचार मेरे सबकॉन्शियस माइंड में बैठ गया था क्योंकि जो भी हम बचपन से सुनते हैं कहीं ना कहीं उसे हम सच समझ लेते हैं।

मेरी टीचर ने मुझे दो कार्य करने के लिए कहा पहला थिंक एंड ग्रो रिच बुक को पढ़ना और दूसरा अपने गोल के लिए हर रोज एक कदम आगे बढ़ाना ।

Bob यह बात समझे और अपनी टीचर की बातें मानी

। अब बहुत सोचने लगा कि मैं किस तरीके से पैसे कमा सकता हूं ।फिर उन्होंने जाना की एक काम है जिससे वह पैसा कमा सकते हैं। उन दिनों कंपनियों में सफाई करने वालों की दिक्कत आ रही थी तो bob ने ऑफिस  की सफाई करने वाली कंपनी खोली और 8 साल के अंदर 9 देशों में Bob ऑफिस चला रही थे।

अगर आप भी अपने पैराडाइम को चेंज करना चाहते हो तो अपनाएं एक और तरीका अपने आप से पूछिए कि आपको आइडियाज और विचार कहां से आते हैं जाहिर सी बात है जो हम देखते हैं और सुनते हैं उसी से हमें आईडिया आ जाते हैं।

कुछ बिलीव और आईडियाज हमारे सबकॉन्शियस माइंड में बैठे होते हैं और हम जानकारी अधिकतर बाहर से इकट्ठा करते हैं।

इन दोनों जगह में हम कॉशस माइंड का उपयोग ही नहीं करते।हम चेतन मन का उपयोग करके जो पाना चाहते हैं वह पा सकते हैं।

कहते हैं जिस तरह हम जिस चीज को ध्यान देते हैं वहां बढ जाती है और जिस चीज में कम ध्यान देते हैं वह घट जाती है। इसी को हम चॉइस कहते हैं तो इसकी सहायता से हम जो करना चाहते हैं वह कर सकते हैं तो हमें चेतन मन का उपयोग करना चाहिए ।

चेतन माईड का उपयोग कैसे कर सकते हैं?

Change your paradigm, change your life में बहुत सारे तरीके से बॉब प्रॉक्टर ने समझाया है कि जो भी जानकारी हम बाहर से हासिल करते हैं उसे हम चेंज कर सकते हैं ।

हम सब जानते हैं कि बाहर की जानकारी से ही हमारा सबकॉन्शियस माइंड में आईडियाज आते हैं।जो भी जानकारी आप बाहर से प्राप्त करें ।उसे अपने तरीके से अपने सबकॉन्शियस माइंड को इंफॉर्मेशन दे।

जैसे कि आपको जानकारी मिली की आर्थिक मंदी आने वाली है अब नौकरी तो मिलना मुश्किल हो जाएगा। इसी बात को आप इस तरीके से भी कह सकते हैं काबिल कैंडिडेट की जरूरत हर जगह होगी तो मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं है।इस तरीके से आप सही जानकारी सबकॉन्शियस माइंड को दे सकते हैं।

काफी लोगों को यहां दिक्कत होती है कि वह अपना पैराडाइम को शिफ्ट नहीं कर पाते। उनके लिए Bob proactor कहते हैं कि अगर आप मेरी बातों को समझोगे तो आप जल्दी ही अपना पैराडाइम चेंज कर लोगे।

Paradigm shift कैसे करते हैं?(change your paradigm, change your life book Summary in Hindi)

पैराडाइम को उसी तरीके से बदला जा सकता है जिस तरीके से यह बने होते हैं। आपकी सबकॉन्शियस माइंड में आपकी खुद की एक self-image रिकॉर्ड है और यह तब बनी थी जब आप बहुत छोटे थे ।

जैसे लोगों ने आपके बारे में विचार बताएं वह आपने अपने सबकॉन्शियस माइंड में स्टोर कर लिए पर इन्हें बदला जा सकता है।

पुराने पैराडाइम को बदलने के लिए आपको नहीं belief system बनाने होंगे। पुराने पैराडाइम को बदलने के लिए आपको नई habit डालनी होगी।

आपको या तय करना होगा कि किस तरह के आपको हैबिट अपने अंदर पैदा करनी है और उसके पीछे आपका belief system क्या होगा। आपको उस हैबिट को बार-बार रिपीट करना है जब तक वह आपके अंदर पक्का ना हो जाए ।ऐसा करने से आपको वो हासिल हो जाएगा जो आप आना चाहते हो।

उदाहरण के लिए Bob proactorकहते हैं कि मैं काम के बीच में बोर होने की आदत को छोड़ना चाहता हूं यानी कि मैं लंबे समय तक काम करना चाहता हूं। तो लेखक ने अपने अंदर एक belief system बनाया कि काम करने में जो मजा है वह और कहीं नहीं है।

इस बात को आप बार-बार दोहराते रहे कि सारा मजा काम करने में ही है। तो आप एक जगह लंबे समय तक अपना मन को लगा सकते हैं। यह इंफॉर्मेशन आपको बार-बार रिपीट करनी है जिससे आपके सबकॉन्शियस माइंड को यकीन आ जाए कि सारा मजा काम करने में ही है।

जैसी इंफॉर्मेशन हम अपने सब-कॉन्शियस माइंड को रिपीट करके देते रहेंगे सबकॉन्शियस माइंड पुरानी belief system को डिलीट कर लेगा । माइंड को लगेगा कि वास्तव में यह बात सही है।

वास्तव में अगर आप उस इंफॉर्मेशन को अपने सबकॉन्शियस माइंड तक पहुंचाना चाहते हो तो आप उस इंफॉर्मेशन को दो से तीन बार एक पेपर में लिखिए और उसे पढ़े।

इसके अलावा आप visualise भी कर सकते हैं । उसे अलार्म लगा कर अपने अपनी रोज की रूटीन से मिलाने से वह आपकी हैबिट बन जाएगी।

कुछ लोग बदलाव लाने के लिए काफी प्रयास करते हैं पर आपने सुना ही होगा यो यो अफेक्ट रिसर्च के अनुसार जो भी पतला होने के लिए एक्सरसाइज कर रहे थे।

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कुछ समय तक वो पतले जाते हैं क्योंकि वहां एक्सरसाइज कर रहे होते हैं पर यहां माना गया है कि बाद में वहां पहले से भी मोटे हो जाते हैं।ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके अंदर और आपकी बाहर के विचारों में काफी फर्क होता है।

जअंकब अंदर हमारे कॉन्शियस माइंड में और हमारे कार्यों में एक connection बनाता है उसी से हम अच्छा रिजल्ट पा सकते हैं। ऐसा होता है कि हम सब जानते हैं कि कौन सी चीज हमारे लिए बेहतर है क्या करना हमारे लिए सही होगा लेकिन अपने पुराने belief system के कारण हम अचीव नहीं कर पाते।

जब पुरानी belief systemको नए belief system से रिप्लेस करेंगे तो आप बेहतर रिजल्ट आएंगे

यही एक तरीका है। जिससे आप बड़े से बड़ा लक्ष्य को भी प्राप्त कर पाएंगे इसे ही चॉइस कहते हैं कि हैबिट को बनाने के लिए आप दो से तीन बार कोई पेपर में अपनी habit लिखे कि आप चाहते क्या हैं और उसे visualize भी कीजिए ।

ऐसा करने से आपका belief system भी स्ट्रॉन्ग बनेगा ।

अगर आपको मेरे द्वारा  change your paradigm, change your life book Summary in Hindi समझ में आई हो तो जरूर कमेंट करके बताइएगा। लाइक और शेयर करना ना भूले… धन्यवाद🙏😊

Author

  • dailygyankasagar

    मेरा नाम दीपा है ।मैं उड़ीसा से हूं ।मुझे किताबें पढ़ना और लोगों की मदद करना बहुत पसंद है। मेरी  रुचि हमेशा नया सीखने में और सिंगिंग में रही है। कहते हैं अगर अपने passion को profession बना लो तो जिंदगी जीने  में आनंद आने लग जाता है। यह बात मैंने किताबों से और महान व्यक्तियों से सीखी है।

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